उससे लोग पूछताछ कर रहे हैं. इन्हीं में से एक ने कहा कि यह बाल काटने वाली लगती है. भीड़ में एक युवक ने उस पर छड़ी भी चलायी. उसका बोरा खुलवाया, सारा सामान तितर-बितर कर दिया. लोग देखना चाह रहे थे कि उसमें क्या है. लेकिन वृद्ध, लाचार महिला के बोरे में कुछ कपड़े व जरूरी सामान मिले. वह बार-बार गिड़-गिड़ा रही थी कि वह मांग-चांग कर गुजारा करती है. लेकिन वहां मौजूद लोग उसे बाल कटवा साबित करने को उतारू थे.
वायरल वीडियो में एक युवक यह कह रहा है कि बाल कटवा को हम लोग पकड़े हैं.यह वीडियो सभी सोशल मीडिया में, चैनल में चलना चाहिए. वीडियो में वह युवक अपना नाम और मोबाइल नंबर भी बता रहा है. उसी ने पीसीआर पुलिस वैन को फोन करके बुलाया. पीसीआर वैन आते ही वह युवक वीडियो बनाते हुए पुलिस अफसर से कह रहा है : चलिये न सर देखिये, एक बाल कटवा वृद्ध महिला को पकड़ कर हम लोग रखे हैं. जबकि सच्चाई कुछ और ही है. वह गरीब वृद्ध महिला मानसिक रूप से कमजोर है. भटक कर वहां पहुंच गयी है. रात हो जाने की वजह से दुकान के पास बोरे में सामान के साथ बैठी थी. इस तरह से आज के लोग मोबाइल में वीडियो बनाकर तिल का ताड़ बना देते हैं. कैसे अफवाहों का बाजार गर्म होता है, इस उदाहरण से हम लोगों को सीख लेने की जरूरत है.