उन्हें आर्थिक नुकसान सहना पड़ रहा है. इस संबंध में कोलियरी के महाप्रबंधक पीके सिंह ने बातचीत करते हुए कहा कि कोयला व्यवसायी अपना-अपना जीएसटी नंबर लेने में लगे हुए हैं. जब जीएसटी नंबर प्राप्त कर लेंगे तो स्वतः कोयला लेने के लिए पहुंचेंगे. यह भी कहा कि रोड सेल के तहत एक महीना में लगभग 30 हजार टन कोयला बेचना है.
वह एक महीना में पूरा हो जायेगा. इससे कोलियरी को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जीएसटी में निबंधन की प्रक्रिया को लेकर व्यवसायियों में कई आशंकाएं हैं. वे इसे अभी समझ रहे हैं. धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो जाएगी. उसके बाद कोयला व्यवसाय भी सामान्य हो जाएगा.