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जांच में दोषी पाये जाने पर होगी कार्रवाई : सीएफ
वन भूमि में पेड़ काट कर बनायी गयी सड़क मामले में रेंजर व वनपाल की भूमिका संदिग्ध रेंजर, वनपाल व वनरक्षी के खिलाफ कार्रवाई के लिए पीसीसीएफ को लिखा गया है पत्र : आरसीसीएफ चतरा. वन भूमि में पेड़ों की कटाई कर सड़क बनाने के मामले में विभाग के वरीय पदाधिकारी गंभीर है. आरसीसीएफ, सीएफ […]
वन भूमि में पेड़ काट कर बनायी गयी सड़क मामले में रेंजर व वनपाल की भूमिका संदिग्ध
रेंजर, वनपाल व वनरक्षी के खिलाफ कार्रवाई के लिए पीसीसीएफ को लिखा गया है
पत्र : आरसीसीएफ
चतरा. वन भूमि में पेड़ों की कटाई कर सड़क बनाने के मामले में विभाग के वरीय पदाधिकारी गंभीर है. आरसीसीएफ, सीएफ एसके गुप्ता ने रेंजर, वनपाल व वनरक्षियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पीसीसीएफ को पत्र लिखा है. सीएफ ने सिमरिया के टुटीलावा-तुंबा पतरा जंगल में पेड़ों की अवैध ढंग से कटाई कर सड़क बनाये जाने वालों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
साथ ही सिमरिया के रेंजर पवन सिंह को फटकार लगायी. श्री गुप्ता ने कहा कि मामले की जांच की जायेगी. इसमें दोषी वन पदाधिकारी, वनपाल व वनरक्षियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद दोषियों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया जायेगा, उसके बाद गिरफ्तार की जायेगी. उन्होंने कहा कि वन विभाग के बिना अनुमति के बीकेबी कंपनी द्वारा करीब डेढ़ किलोमीटर से अधिक सड़क बनायी गयी है.
इस मामले में उन्होंने वन पदाधिकारियों की भूमिका को भी संदिग्ध बताया है. सीएफ ने कहा कि रेंजर, वनपाल व वनरक्षी की भूमिका की जांच कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी. डीएफओ द्वारा रेंजर, वनपाल व वनरक्षी पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है. उन्होंने कहा कि चतरा जिला में 50 प्रतिशत वन क्षेत्र फैला है. सिमरिया जैसे जगहों में वन की सुरक्षा के लिए 30 वनरक्षी की जरूरत है, जिसमें मात्र दो वनरक्षी है.
स्टाफ की कमी से देख-रेख व वनों में हो रही गतिविधि की जानकारी समय पर नहीं मिल पाती है. फिर भी दोषी लोगों को छोड़ा नहीं जायेगा. उन्होंने कहा कि वनभूमि में सड़क बनाना व पेड़ों को काटना जघन्य अपराध है. उन्होंने वन भूमि में बनायी गयी सड़क को कई जगहों पर काट कर अवरुद्ध करने को कहा है, ताकि किसी तरह उक्त सड़क में वाहनों का परिचालन नहीं हो. श्री गुप्ता ने इस कार्य में शामिल लोगों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है. मालूम हो कि बीकेबी कोल ट्रांसपोर्टिंग कंपनी ने कोयले की ढुलाई को लेकर तुंबा पतरा से टुटीलावा तक वन भूमि में सड़क बनायी थी. सिमरिया में नो इंट्री होने के कारण कोयले की ढुलाई प्रभावित हो रही थी. कंपनी ने नुकसान को भरपाई के लिए वन भूमि में सड़क बनायी.
लोगों ने वन भूमि में सड़क बनाने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. रेंजर वन सिंह ने वन भूमि में सड़क बनाये जाने के मामले में भूमिका संदिग्ध कहे जाने को गलत बताया है. कहा कि जैसे ही सूचना मिली एफआइआर दर्ज किया गया. इसकी जानकारी अपने वरीय पदाधिकारियों को दी.
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