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प्राकृतिक आपदा को रोकने के लिए यज्ञ जरूरी : रामदिनेशाचार्य जी

लावालौंग : परमपूज्य जगतगुरु रामदिनेशाचार्य जी महाराज ने कहा कि लोग गाय पालने की जगह कुत्ता पाल रहे हैं. इसी वजह से लोग संस्कारहीन होते जा रहे हैं. गाय पालन करने से 33 कोटि देवता खुश होते हैं. जगतगुरु रामदिनेशाचार्य नौ कुंडीय श्रीराम महायज्ञ के दूसरे दिन प्रवचन में कहीं. उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति […]

लावालौंग : परमपूज्य जगतगुरु रामदिनेशाचार्य जी महाराज ने कहा कि लोग गाय पालने की जगह कुत्ता पाल रहे हैं. इसी वजह से लोग संस्कारहीन होते जा रहे हैं. गाय पालन करने से 33 कोटि देवता खुश होते हैं. जगतगुरु रामदिनेशाचार्य नौ कुंडीय श्रीराम महायज्ञ के दूसरे दिन प्रवचन में कहीं.
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति बचाने के लिए यज्ञ करना व गाय पालना जरूरी है. उन्होंने कहा कि संसार का पहला पुस्तक ऋगवेद है. कहा कि जब इस पृथ्वी पर ऋषि मुनि यज्ञ करते थे, तो किसी तरह का नुकसान नहीं होता था. जब से पृथ्वी पर यज्ञ होना कम हुआ, तब से तरह-तरह के त्रासदी हो रहे है. प्राकृतिक आपदा को रोकने के लिए यज्ञ जरूरी है. उन्होंने उपस्थित लोगों से सकारात्मक सोच रखने को कहा.
उन्होंने कहा कि भारत की भूमि पर जन्म लेनेवाले लोग भाग्यशाली हैं. इस भूमि पर भगवान श्रीराम, कृष्ण समेत कई देवताओं ने अवतार लिया है. उन्होंने युवकों को नशा से दूर रहने को कहा. शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि पहले व अब की शिक्षा में काफी अंतर है. पहले रोजगारन्मुखी शिक्षा दी जाती थी, अब सिर्फ डीग्री के लिए लोग पढ़ते हैं.
उन्होंने लावालौंग में यज्ञ करा रहे यज्ञ समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंह भोक्ता व समिति के सदस्यों को धन्यवाद दिया. साध्वी वैष्णवी व अरुण शास्त्री ने भी अपने प्रवचन से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. जगत गुरु रामदिनेशाचार्य का मंच पर यज्ञ समिति के अध्यक्ष गोपाल सिंह भोक्ता ने माला पहनाकर स्वागत किया. मौके पर संजय सिंह, शंकर सिंह, शंकर साव, सूरज साव, उगन साव, गोविंद ठाकुर, सुरेश गंझू, संतोष, अरुण रजक, राजेंद्र पासवान, डेगन साव, सरयू यादव आदि उपस्थित थे.

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