बोकारो: धान खरीद के बावजूद उसके मूल्य का भुगतान नहीं होने से जिला के लगभग दो हजार से अधिक किसान परेशान हैं. धान खरीद पर सरकार ने बल दिया, लेकिन जब भुगतान की बारी आयी तो सब चुप्पी साधे हुए हैं. तीन करोड़, 39 लाख, 8800 रु का भुगतान कराना था. अभी तक एक करोड़, 56 लाख,8112 रु का भुगतान किया गया है.
शेष लगभग एक करोड़ 83 लाख,8800 रु बकाया है. 21,193 क्विंटल हुई है धान की खरीद : जिला आपूर्ति पदाधिकारी के अनुसार जिला में 40 हजार क्विंटल लक्ष्य के विरुद्ध 21,193 क्विंटल धान की खरीद हुई है. बकाये के भुगतान के लिए किसान रोज जिला आपूर्ति कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं.
25 फरवरी के बाद नहीं हुआ भुगतान : धान खरीद के एवज में 25 फरवरी तक ही भुगतान संबंधित एजेंसी के द्वारा किया गया. उसके बाद किसानों को भुगतान नहीं किया गया है. किसान के साथ-साथ पैक्स भी परेशान है. धर्मपुरा निवासी दिलीप कुमार सिंह बताते हैं कि पैसे का भुगतान नहीं होने से किसानों को काफी कठिनाई हो रही है.
किसानों के समक्ष संकट : राशि नहीं मिलने से किसान परेशान हैं. किसानों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. अगले एक माह में पैसे नहीं मिलेंगे तो बीज की खरीद कैसे करेंगे. फसल कैसे लगायेंगे. डीएसओ कार्यालय पहुंचे लबुडीह निवासी सुखदेव महतो का कहना है कि लाल रसीद के आधार पर कोड ही जेनरेट नहीं हुआ है. छोटे किसानों की हालत खराब हो गयी है.
कई बड़े किसानों ने नहीं दिया धान : जिला के बड़े किसानों ने पेमेंट की खराब स्थिति के कारण धान नहीं बेचा है. अभी भी अपने घरों में धान भंडारण कर रखा है. उनका कहना है कि छोटे किसानों को पैसा नहीं मिल रहा है. इस स्थिति में कैसे धान दे दें. पैसा फंसा रहेगा.
किसानों के बकाया भुगतान के लिए सरकार को अवगत कराया गया है. जो भी कार्रवाई होनी है वह राज्य स्तर से होगी. जिला की भूमिका नहीं के बराबर है. हालांकि एजेंसी के पदाधिकारियों को इस संबंध में कहा गया है.
नीरज कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी