प्रशिक्षण के दौरान बताये गये कुष्ठ रोग की सभी पहचान को गंभीरता से रोगी से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए. समझ में नहीं आने पर वरीय पदाधिकारियों से तुरंत संपर्क करना चाहिए. कुष्ठ रोग कोई घातक रोग नहीं है. इसे ठीक किया जा सकता है. सजगता व गंभीरता बरती जाये, तो शुरू होते ही रोका जा सकता है.
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गंभीरता से करें कुष्ठ रोगों की पहचान : सिविल सर्जन
बोकारो: कैंप दो स्थित एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में शुक्रवार से नौ दिवसीय कुष्ठ रोग पहचान प्रशिक्षण शिविर शुरू हुआ. उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ एस मुर्मू, डीएलओ डॉ राजश्री रानी, डीपीएम रवि शंकर ने संयुक्त रूप से किया. सीएस डॉ मुर्मू ने कहा : कुष्ठ रोग की पहचान में कभी भी जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए. […]
बोकारो: कैंप दो स्थित एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में शुक्रवार से नौ दिवसीय कुष्ठ रोग पहचान प्रशिक्षण शिविर शुरू हुआ. उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ एस मुर्मू, डीएलओ डॉ राजश्री रानी, डीपीएम रवि शंकर ने संयुक्त रूप से किया. सीएस डॉ मुर्मू ने कहा : कुष्ठ रोग की पहचान में कभी भी जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए.
कुष्ठ लाइलाज नहीं : जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ रानी ने कहा : यह बीमारी आज लाइलाज नहीं है. रोगी को नि:शुल्क दवा सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क प्रदान की जाती है. ऐसी स्थिति में कुष्ठ रोगी को एक नयी दिशा देने की कोशिश करें. प्रशिक्षण शिविर में चास प्रखंड की सभी सहियाओं को कुष्ठ रोग पहचान की जानकारी स्लाइड के माध्यम से दी गयी. इसमें कुष्ठ रोग पहचान, उपचार, विकलांगता आदि की जानकारी दी गयी. प्रशिक्षण शिविर सभी प्रखंडों में किया जायेगा. शिविर का समापन 24 मार्च को होगा. मौके पर चिकित्सक मो सज्जाद आलम, मनोहर महतो, मनी शंकर, राजा राम कोड़ा सहित दर्जनों स्वास्थ्य कर्मी व सहिया मौजूद थी.
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