बालीडीह: कोहरे में ट्रेनों के सुचारु परिचालन के लिए शनिवार को बोकारो रेलवे क्षेत्र के प्वाइंट मैन की डेटोनेटर (फॉग के लिए पटरी में पटाखा) काउंसेलिंग की गयी. काउंसेलिंग डीटीआइ सत्येंद्र कुमार तिवारी तथा एसएमआर पीके सिन्हा ने संयुक्त रूप से की. इस दौरान कर्मियों को डेटोनेटर के प्रयोग के लिए सिग्नल से जरूरी दूरी […]
बालीडीह: कोहरे में ट्रेनों के सुचारु परिचालन के लिए शनिवार को बोकारो रेलवे क्षेत्र के प्वाइंट मैन की डेटोनेटर (फॉग के लिए पटरी में पटाखा) काउंसेलिंग की गयी. काउंसेलिंग डीटीआइ सत्येंद्र कुमार तिवारी तथा एसएमआर पीके सिन्हा ने संयुक्त रूप से की. इस दौरान कर्मियों को
डेटोनेटर के प्रयोग के लिए सिग्नल से जरूरी दूरी समेत कई जानकारी दी गयी.
श्री तिवारी ने बताया कि कोहरे के कारण ट्रेन के पायलट को सिग्नल पोस्ट नहीं दिखने के कारण वे सिग्लन पार कर सकते हैं. यह खतरनाक हो सकता है. कहा : ऐसे खतरों से निबटने के लिए पटरी पर सिग्नल से 270 मीटर तथा 10 मी की दूरी पर डेटोनटर लगाया जाता है.
इन पर ट्रेन का पहिया चढ़ते ही फूटने लगाता है. इस आवाज से चालक दल को ये समझने में आसानी होती है कि आगे सिग्नल पोस्ट है. सिग्लन से 45 मी की दूरी पर एक सफेद लाइट लेकर एक प्वाइंट मैन चालक दल को सिग्नल देता है.