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साइबर क्राइम में बीटेक छात्र समेत चार पकड़ाये
गिरिडीह/गांडेय. गिरिडीह पुलिस को एक बार पुनः फर्जी बैंक अधिकारियों को पकड़ने में सफलता हाथ लगी है. इस बार साइबर अपराध के जुर्म में माइनिंग इंजीनियर के छात्र समेत चार अपराधियों को पकड़ा गया है. पकड़े गये साइबर अपराधियों के पास से चार छोटे मोबाइल, एक आइ फोन समेत तीन स्मार्ट फोन, फर्जी आधार कार्ड, […]
गिरिडीह/गांडेय. गिरिडीह पुलिस को एक बार पुनः फर्जी बैंक अधिकारियों को पकड़ने में सफलता हाथ लगी है. इस बार साइबर अपराध के जुर्म में माइनिंग इंजीनियर के छात्र समेत चार अपराधियों को पकड़ा गया है. पकड़े गये साइबर अपराधियों के पास से चार छोटे मोबाइल, एक आइ फोन समेत तीन स्मार्ट फोन, फर्जी आधार कार्ड, फर्जी सिम व एटीएम कार्ड मिला है. यह सफलता ताराटांड़ थाना प्रभारी आरके राणा और अहिल्यापुर थाना प्रभारी शशि रंजन कुमार द्वारा मंगलवार को अलग-अलग स्थानों पर की गयी छापेमारी के दौरान मिली है. यह जानकारी बुधवार को पुलिस लाइन स्थित कार्यालय में प्रेस वार्ता में एसडीपीओ मनीष टोप्पो ने दी.
बीटेक माइनिंग का छात्र आया पकड़ में : एसडीपीओ मनीष टोप्पो ने बताया कि ताराटांड़ थाना प्रभारी आरके राणा द्वारा की गयी छापेमारी में थाना इलाके के केनारी गांव के केनारीधाम के समीप कोरबंध गांव निवासी 20 वर्षीय राहुल कुमार मंडल उर्फ रूपेश मंडल को पकड़ा गया. राहुल माइनिंग इंजीनियरिंग का छात्र है. राहुल के पास से एक फर्जी आधार कार्ड, एक एटीएम, एक आइ फोन और एक बेसिक फोन बरामद किया गया है. राहुल के खिलाफ ताराटांड़ थाना में कांड संख्या 23/16 धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि एवं 66 (सी, डी) आइटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. कार्रवाई करते हुए राहुल को बुधवार को जेल भी भेज दिया गया.एसडीपीओ श्री टोप्पो ने बताया कि अहिल्यापुर थाना प्रभारी शशि रंजन कुमार को सूचना मिली कि चिकनियाबाद रोड के समीप बांसवाड़ी में कुछ साइबर अपराधी बैठ कर विभिन्न बैंकों के ग्राहकों से मोबाइल के जरिये ठगी कर रहे हैं. सूचना के आधार पर थाना प्रभारी ने दल बल के साथ छापेमारी की. छापेमारी के दौरान बांसवाड़ी में छिपे साइबर अपराधी भागने लगे, जिन्हें पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर पकड़ा. पकड़े गये साइबर अपराधियों में अहिल्यापुर थाना इलाके के नवादा गांव निवासी चिंग वर्मा उर्फ आयुष कुमार, मिथिलेश कुमार मंडल और लालजीत कुमार मंडल शामिल हैं.
इन अपराधियों के पास से तीन बेसिक फोन, दो स्मार्ट फोन और सात सिम बरामद किया गया. अहिल्यापुर थाना कांड संख्या 75/16 धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि एवं 66 (सी, डी) आइटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर बुधवार को आरोपितों को जेल भी भेज दिया गया. इन सभी के पास से मिले मोबाइल में बैंक ग्राहकों से ठगी के कई मैसेज मिले हैं. सूचनाओं के आधार पर पुलिस अभी पड़ताल कर रही है.
दो माह में एक लाख की ठगी की राहुल ने
ताराटांड़ थाना प्रभारी आरके राणा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि पकड़ा गया राहुल कुमार मंडल ओड़िशा के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ माइनिंग से माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. अभी राहुल थर्ड सेमेस्टर का छात्र है. राहुल के पिता धनेश्वर मंडल धनबाद में बीसीसीएल में नौकरी करते हैं. अगस्त माह में राहुल ने ओपेनकास्ट माइंस में 15 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने घर कोरबंध लौटा था. कोरबंध में ही इसकी दोस्ती साइबर अपराधियों से हुई और वह भी साइबर अपराध करने लगा. सितंबर माह में पहली दफा राहुल ने फर्जी बैंक अधिकारी बन ठगी का काम किया और दो माह के दौरान एक लाख की ठगी कर इसी पैसे से आइ फोन और एक बेसिक फोन खरीदा. कुछ पैसे से राहुल ने बिग बाजार में जाकर खरीदारी भी की.
फर्जी एटीएम व आधार कार्ड का कर रहा था उपयोग : एसडीपीओ मनीष टोप्पो ने बताया कि राहुल के पास मिले आधार कार्ड फर्जी हैं. आधार कार्ड पर राहुल का फोटो है, लेकिन नाम सुनील वर्मा पिता शंकर वर्मा, डोमनपहाड़ी जमुआ लिखा हुआ है. इस फर्जी आधार कार्ड के सहारे राहुल फर्जी सिम खरीदता था. उसके पास से मिला एटीएम कार्ड स्टेट बैंक मैसूर का है. कार्ड निमादार मुर्मू के नाम का है. इस एटीएम कार्ड में ही राहुल ठगी का पैसा मंगाता था और निकासी करता था. श्री टोप्पो ने बताया कि इन साइबर अपराधियों ने जिन्हें शिकार बनाया है, इसकी पड़ताल की जा रही है.
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