चास: चास को विकास पथ पर लाने के लिए बोकारो प्रबंधन को भी प्रयास करना चाहिए. ऐसे भी चास में बोकारो इस्पात संयंत्र के कार्यरत व सेवानिवृत कर्मचारी रहते हैं.
लेकिन इनको सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिलता है. इन सभी बातों को देखते हुए चास को सेक्टर-13 का दर्जा बोकारो प्रबंधन को शीघ्र देना चाहिए तथा इस क्षेत्र में विकास कार्य करना चाहिए. यह बातें जेवीएम के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह विधायक समरेश सिंह ने कही. वह शुक्रवार को रवींद्र भवन चास में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे. श्री सिंह ने कहा : चास को सेक्टर-13 का दर्जा दिलाने के लिए 19 फरवरी को सीइओ (बीएसएल) आवास का घेराव किया जायेगा. इस मांग को लेकर 1977 में भी आंदोलन किया गया था और आश्वासन भी मिला था. लेकिन आज तक चास को सेक्टर का दर्जा नहीं मिला. उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से बूथ कमेटी का गठन करने का काम चल रहा है.
श्री सिंह ने चास नगर कमेटी को 15 फरवरी तक बूथ कमेटी गठित करने का निर्देश दिये. झाविमो कार्यकर्ताओं ने धनबाद लोक सभा क्षेत्र में 80 फीसदी मतदान कराने का संकल्प लिया है. विधायक श्री सिंह ने कहा : इलेक्ट्रोस्टील को बंद नहीं किया जायेगा. लेकिन प्रबंधन को नियोजन में स्थानीय लोगों को प्रमुखता देनी होगी. श्री सिंह ने इलेक्ट्रोस्टील की वार्ता में संतुष्ट नहीं होने की बात कही. कहा : अगर पांच फरवरी तक समझौता को पूरा नहीं किया गया, तो बहार से आये कर्मचारियों को भगाया जायेगा.
बीएसएल प्रबंधन का निर्णय स्वागत योग्य : इधर क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ के अध्यक्ष सह विधायक समरेश सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि आवास खाली नहीं करने वाले सेवानिवृत्त कर्मचारियों के मेडिकल कार्ड को 15 दिनों के अंदर नवीकरण (रिन्यू) करने की बात प्रबंधन द्वारा की गयी है. यह स्वागत योग्य कदम है. उन्होंने कहा : 19 सूत्री मांगों को लेकर प्रबंधन के बीच वार्ता हुई. इससे सेवानिवृत्त कर्मियों में आशा की किरण जगी है. मौके पर जयदेव राय, मनोज राय, प्रो आरडी उपाध्याय, अमर स्वर्णकार आदि उपस्थित थे.