बोकारो: जमीन का सारा ब्योरा कंप्यूटर में फिड किया जा रहा है. कुछ प्रखंडों के सभी ब्योरा का डीजिटलाइजेशन हो चुका है. पर ऑन लाइन दाखिल खारिज करने में परेशानी हो रही है. दरअसल झारखंड के 60 फीसदी जगहों पर रजीस्टर टू में प्लॉट संख्या का उल्लेख नहीं है.
जिनकी जमीन का ब्योरा कंप्यूटर में फिड किया गया है और उसमें खाता, रकबा के अलावा अगर प्लॉट संख्या नहीं लिखा हुआ है, तो ऑनलाइन दाखिल खारिज नहीं किया जा सकता है. बोकारो डीसी उमाशंकर पत्रकारों के सामने ये बातें अपने कार्यालय में कही. कहा : अगर शुरुआती दौर में सर्वे के बाद डीजिटलाइजेशन का काम होता, तो यह परेशानी नहीं होती. बहरहाल, प्रशासन अपने स्तर से इसे सुधारने की कोशिश कर रहा है.
इस बाबत हर प्रखंड में कैंप लगा कर लोगों से जानकारी लेकर रजीस्टर टू प्लॉट संख्या चढ़ाया जा रहा है. इसी क्रम में बेरमो और चंद्रपुरा में 24 जनवरी से राजस्व विभाग का कैंप लगाया जा रहा है. जिनके पास भी जमीन है. वह उस कैंप में पहुंच कर अपना प्लॉट नंबर जरूर राजस्व कर्मी या फिर कैंप में मौजूद कर्मी को दें. ऐसा करने से आपका दाखिल खारिज ऑनलाइन हो सकेगा. साथ ही दाखिल खारिज करने के क्रम में बिचौलियों का भी पूरी तरह से सफाया हो पायेगा.