गुजरात में बंधक पिंड्राजोरा के मजदूर लौटे बोकारो
डीसी बोकारो से मिलकर बतायी आपबीती
डीसी ने दिया ठेकेदार व धनबाद के रियाज पर प्राथमिकी कराने का निर्देश
बोकारो : पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के बेलडीह व केशरीडीह गांव के गुजरात में बंधक बनाये गये छह मजदूर मंगलवार को बोकारो पहुंच गये. गुजरात में बंधक बने मजदूर बेलडीह के मिथुन हेंब्रम, सुनील सोरेन, अजय सोरेन, गंदेश्वर मांझी व सनातन मारंडी तथा केशरीडीह के कर्ण हांसदा व उनके परिजन उपायुक्त बोकारो से मिलकर सकुशल घर वापसी के लिए धन्यवाद दिया.
प्रशासन का आभार : भुक्तभोगी अजय सोरेन ने बताया : अचानक कंपनी प्रबंधन ने पैसा देकर घर जाने को कहा. बाद में परिजनों से पता चला कि बोकारो डीसी ने वहां के प्रशासन से संपर्क किया था. इस कारण हमें छोड़ा गया है. उसने कहा : आज प्रशासन के कारण हम लोग वापस आये हैं. बताते चलें कि सभी मजदूर बोकारो से गुजरात के मोरबी में टाइल्स कंपनी में काम करने गये थे. यहां कंपनी के ठेकेदारों ने काम का पैसा नहीं दिया था व उन्हें बंधक बनाकर काम करा रहा था. उक्त मामले में परिजनों की शिकायत मिलने पर बोकारो डीसी ने मोरबी प्रशासन से संपर्क कर मजदूरों को रिहा कराने की पहल की थी.
डीसी ने पूछा : पैसे मिले कि नहीं
बोकारो डीसी राय महिमापत रे ने रिहा किये गये मजदूरों से कंपनी आदि के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने मजदूरों से पूछा : काम करने के पैसे कंपनी ने दिया कि नहीं? मजदूरों से उन्होंने कहा : अगर पैसा नहीं मिला हो तो बताना, मैं वहां के डीसी से बात कर पैसा दिलवाने का प्रयास करूंगा.
ठेकेदार व धनबाद के टाइल्स व्यवसायी की भूमिका : डीसी ने मजदूरों के परिजनों से उन्हें गुजरात ले जाने वालों की जानकारी लेने के बाद गांव के व्यक्ति के अलावे ठेकेदार व धनबाद के टाइल्स व्यवसायी रियाज पर प्राथमिकी दर्ज कराने को कहा.