बोकारो : वैसे तो पांच मई को मेडिकल की एकल परीक्षा हो गयी है. मगर, इसको लेकर अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया कि जो मेडिकल कॉलेज प्रवेश परीक्षा ले चुके हैं, वह अब रिजल्ट प्रकाशित कर नामांकन ले सकते हैं. इसके पहले कोर्ट ने रिजल्ट पर रोक लगायी थी.
अब सवाल यह उठता है कि नेशनल एलीजीबीलीटी कम इंट्रेस टेस्ट 2013 का क्या होगा? जिन कॉलेजों ने प्रवेश परीक्षा नहीं ली है और वह कोर्ट में है, वहां कैसे नामांकन होगा?
वर्ष 2013 से मेडिकल की एकल परीक्षा लेने की घोषणा की गयी थी. मेडिकल की एकल परीक्षा के विरोध में सीएमसीइ-वेल्लोर, मणिपाल, कॉमेड सहित देश के 74 लिंग्विस्टीक माइनोरॉटी कॉलेज सुप्रीम कोर्ट की शरण में चले गये थे. कई कॉलेजों ने नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा भी ले ली थी. लेकिन, कोर्ट ने रिजल्ट पर रोक लगा दी थी.
इन कॉलेजों ने ली है प्रवेश परीक्षा: नेशनल एलीजीबीलीटी कम इंट्रेस टेस्ट 2013 से अलग हट कर कई मेडिकल कॉलेजों में अपने यहां नामांकन के प्रवेश परीक्षा ले ली है. इनमें मणिपाल, कलिंगा, देवराज, केएलक्ष्इइ, कर्नाटका आदि शामिल हैं.
अब 2014 से होगी एकल परीक्षा : कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि वर्ष 2014 से मेडिकल की एकल परीक्षा होगी. मेडिकल की एकल परीक्षा से एम्स व जिपमर अलग होंगे. बोकारो के छात्रों का कहना है कि इस बार की मेडिकल की एकल परीक्षा का क्या होगा?
कर्नाटका में परीक्षा 18 मई को : कर्नाटक में चुनाव के कारण पांच मई को एनइइटी-2013 की परीक्षा नहीं हुई थी. अब यह परीक्षा 18 मई को होगी. कर्नाटक में एनइइटी की परीक्षा के लिए बोर्ड अलग से प्रश्न पत्र तैयार करेगा.
जून के पहले सप्ताह में रिजल्ट : बोर्ड द्वारा जारी सूचना के अनुसार, एनइइटी-2013 का रिजल्ट जून-2013 के प्रथम सप्ताह में निकलेगा. लेकिन, फिर वही सवाल कि सफल विद्यार्थी का नामांकन किन कॉलेजों में होगा? एनइइटी-2013 कहां तक सार्थक होगा?