बोकारो: आने वाले विधानसभा चुनाव में अगर जीत न पाये तो न सही, पर किसी को हरा जरूर देंगे. किसी एक दल को नहीं सभी दलों को हराने की कोशिश करेंगे. यह कहना है जदयू के प्रदेश अध्यक्ष राजा पीटर का. पीटर सेक्टर वन स्थित एचएससीएल क्लब के सभागार में आयोजित बोकारो जदयू कार्यकर्ता सम्मेलन में बोल रहे थे. राजा पीटर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे.
उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टियों के मुकाबले उनकी पार्टी की स्थिति झारखंड में काफी अच्छी है. जब हम 13 सीटों पर लड़ते हैं तो दो सीट जीत जाते हैं. यदि 81 सीटों पर लड़ें तो क्या होगा! 14 सीटों पर हमारी स्थिति मजबूत है. शेष 67 सीटों पर हमने तो अपनी ताकत आजमायी ही नहीं है. पूरा भरोसा है कि जनता इन 67 विधानसभा सीटों पर हमें अपने बीच जगह देगी. श्री पीटर ने कहा कि हम वोट कटवा पार्टी नहीं हैं.
हम जीतने की मंशा से मैदान में उतरेंगे. अपने पुराने विभाग की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि हमने मद्य निषेध विभाग का राजस्व तीन गुना बढ़ा दिया. 180 करोड़ के विभाग को 625 करोड़ रुपये का बना दिया. जातिगत वोटों की बाबत कहा कि हमें किसी पार्टी से डरने की जरूरत नहीं है. आजसू पार्टी से हमें नहीं बल्कि आजसू पार्टी को हमसे सबसे ज्यादा डर है. हमारे नेता के पास विजन है. स्थानीयता के मामले पर उन्होंने कहा कि सबसे पहले 1932 के खतियान वाली बात पर बहस खत्म की जाय, उसके बाद उनकी पार्टी सर्वदलीय बैठक में स्थानीयता के मुद्दे पर अपना मत देगी.उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकजुट होने का आहवान किया. कहा : आपसी मतभेद भूला कर पार्टी हित में काम करें. तभी उनका और पार्टी का भला होगा.
बिहार एमएलसी उपेंद्र कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक चौधरी, इंद्रदेव प्रसाद, महासचिव डॉ सीके ठाकुर, जिलाध्यक्ष किरण चंद्र बाउरी, महानगर अध्यक्ष कपिलेश प्रसाद, युवा जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.
सरकार के बारे में कहा
इधर, राजा पीटर ने पत्रकार वार्ता में मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब 13 सालों में झारखंड खुशहाल नहीं हो सका तो चार माह में क्या होगा. वर्तमान सरकार सिर्फ घोषणाओं की सरकार है. राज्य का राजकोष खाली है. राज्य के वित्त मंत्री राजेंद्र सिंह ने खुद ही कहा था कि राजकोष खाली है. ऐसे में विकास की बात कैसे कही जा सकती है. शिक्षा मंत्री लोगों को तोड़ने वाला बयान देती हैं. मौके पर बिहार के प्रदेश प्रवक्ता डॉ उपेंद्र प्रसाद, अशोक चौधरी, कपिलेश प्रसाद, किरण चंद्र बाउरी आदि उपस्थित थे.