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रोशनी से नहाया चास-बोकारो
बोकारो : दीयों की जगमग, बिजली के बल्बों की कोने-कोने में रोशनी. आतिशबाजियां शाम ढलने से पहले जो शुरू हुई देर रात तक अनवरत जारी रही. काली पूजा के मंडपों पर देर रात तक चली पूजा में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. पूजा के बाद बलि हुई, फिर लोग मां का भोग पाकर धन्य हुए. चास-बोकारो […]
बोकारो : दीयों की जगमग, बिजली के बल्बों की कोने-कोने में रोशनी. आतिशबाजियां शाम ढलने से पहले जो शुरू हुई देर रात तक अनवरत जारी रही. काली पूजा के मंडपों पर देर रात तक चली पूजा में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. पूजा के बाद बलि हुई, फिर लोग मां का भोग पाकर धन्य हुए. चास-बोकारो के दर्जनों स्थलों पर मां काली की पूजा-अर्चना हजारों श्रद्धालुओं ने की. इस दौरान सभी पूजा स्थलों पर विधि-विधान से मां की प्रतिमा स्थापित की गयी और पट खुलने तक विधि विधान से पूजा होती रही.
क्या छोटी-क्या बड़ी, क्या नयी-क्या पुरानी, क्या सिनेमाघर-क्या निजी संस्थान, क्या शो रूम-क्या पेट्रोल पंप. सभी जगह की लाइटिंग देखते ही बन रही है. दीपावली को ले चास-बोकारो रोशनी से नहा गया है. और हो भी क्यों नहीं?
दीपावली प्रकाश का ही तो त्योहार है. घर-घर में आकर्षक लाइटिंग की गयी है. बच्चों ने मंगलवार की शाम से ही आतिशबाजी शुरू कर दी. उधर, मां काली की विशेष आराधना की गयी. पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ दे रात तक लगी रही. दीवाली 11 नवंबर को है.
शहर की खूबसूरती बढ़ी
रंग-बिरंगी रोशनी के बीच शहर का खूबसूरती देखते ही बन रही है. आकर्षक लाइटिंग तरह-तरह की गयी है. इनमें अधिकतर चाइनीज लाइट का उपयोग हुआ है. कहीं चाइनीज मोमबत्ती जल रही है, तो कहीं चाइनीज दीया. लाल, पीला, हरा, ब्लू सभी प्रकार का लाइट लगाया गया है.
इधर, बाजार में रंग-बिरंगे बल्ब भी बिक रहे हैं. कई लोगों ने घर के बाहर हस्त निर्मित और बाजार से खरीद कर कैंडल भी टांगा है, जो खूबसूरती में चार चांद लगा रहे हैं. खासकर, शहर की बड़ी इमारतें लाइट से जगमगा रही हैं.
घर-घर में बनी रंगोली
घर-घर में आकर्षक रंगोली भी बनायी गयी है. मंगलवार को महिलाएं दिन भर रंगोली के निर्माण में व्यस्त रहीं. कई लोगों ने रंगोली के स्टिकर को लेकर घर में चिपकाया है. बाजार में रंग-बिरंगी छोटी-बड़ी सभी साइज की रंगोली बिक रही है. इसके अलावा साज-सजावट की सामग्री से घरों को सजाया गया है.
इसमें कृत्रिम फूल, झालर आदि शामिल है. दीया की थाली की आकर्षक सजावट भी मंगलवार को गयी. थाली मन भावन लग रही थी. दीवाली को ले बच्चों का उत्साह चरम पर दिखा.
– दर्जन भर लड्डू की वेराइटी मिलेगी
– मिठाई दुकानों में जोरों पर है तैयारी
बोकारो : जैसे बिना गणेश के लक्ष्मी की पूजा अधूरी है, वैसे ही लड्डू के बिना गणेश प्रसन्न नहीं होते. लिहाजा, दीपावली के दिन यहां दो करोड़ रुपये का लड्डू बेचने की तैयारी है. पसंद का ख्याल रखते हुए दर्जन भर लड्डू की वेराइटी दुकान में मौजूद है, जो पसंद है, वो ले जायें. इतना तय है कि दाम आम दिनों से अधिक होंगे. चास-बोकारो के मिठाई दुकानों में तैयारी जोरों पर है. दीपावली 11 नवंबर को है. मिठाई दुकानों को सजाया-संवारा जा रहा है.
आकर्षक लाइटिंग की जा रही है. दुकान के बाहर स्टॉल लगाने की तैयारी चल रही है. उधर, ड्राई फूड व गिफ्ट पैक चॉकलेट से दुकानें सज गयी हैं. कोई भी मिठाई दुकानदार तैयारी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाह रहा है. और छोड़े भी क्यों ? दीपावली साल में एक बार ही तो आती है न. मिठाई के पैकेट का निर्माण सहित अन्य तैयारी जोरों पर है. दीपावली के मौके पर विशेष रूप से लड्डू की बिक्री होती है. इसको देखते हुए मिठाई दुकानदारों ने विशेष तैयारी की है. आधा दर्जन से अधिक प्रकार का लड्डू बनेगा. इनमें साधारण लड्डू, घी लड्डू, बेसन लड्डू, मूंग लड्डू, गोंद लड्डू, नारियल लड्डू, मेवा लड्डू, गोंद लड्डू आदि शामिल हैं.
खीर कदम, बालू शाही, लौंग लता… : लड्डू के साथ-साथ अन्य मिठाइयों की बिक्री होगी. इनमें काजू बरफी, अमृत पेड़ा, रस कदम, चंद्रकला, काजू अंजीर, पिस्ता रोल, काजू गुझिया, शाही बरफी, बादाम बरफी, पंजाब बरफी, कालाकंद, गुलाब जामुन, रस भोग, काजू तरबूज, खीर कदम, बालू शाही, लौंग लता सहित पांच दर्जन से अधिक मिठाइयां शामिल हैं.
सिटी सेंटर सेक्टर 4, श्रीराम मंदिर मार्केट, चेक पोस्ट चास, बाइ पास सहित अन्य स्थानों के मिठाई दुकानदारों को दीपावली के मौके पर अच्छी बिक्री होने की संभावना है.
स्वाद के लिए ऊंची कीमत चुकानी पड़ेगी : मिठाई का स्वाद चखने के लिए ऊंची कीमत चुकानी पड़ेगी. कारण रॉ मेटेरियल की कीमत में इजाफा. चीनी की कीमत में लगभग तीन गुणा बढ़ोतरी हुई है.
घी, चना दाल की कीमत भी बढ़ी है. लेबर चार्ज भी बढ़ गया है. दुकानदार बताते हैं : सभी तरह की मिठाई की कीमत में 40 से 60 रुपये प्रतिकिलो की वृद्धि हुई है. यह वृद्धि दिन-ब-दिन बढ़ती महंगाई के कारण है. मंगलवार को मिठाई दुकानदारों ने ‘प्रभात खबर’ को बताया : रक्षाबंधन, विश्वकर्मा पूजा, दशहरा में बहुत अच्छा धंधा हुआ था. इसलिए उम्मीद है कि दीपावली में भी अच्छा व्यवसाय होगा.
मिलावट की संभावना नहीं : चास-बोकारो के मिठाई दुकानदारों ने कहा : लोग मिठाई का स्वाद बेहिचक उठायें. मिलावट की दूर-दूर तक संभावना नहीं है. कहा : ऐसी घटनाएं दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े महानगरों में ही हो सकती है. कारण, वहां दूध की समुचित आपूर्ति नहीं हो पाती है.
बोकारो में पग-पग पर खटाल है, जिससे दूध की कमी नहीं होती है. मिठाई बनाने में दूध की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इसलिए यहां मिलावट की संभावना बनती हीं नहीं है. और हां, मिठाई प्रतिष्ठित दुकानों से ही खरीदें. इससे शुद्ध व टेस्टी मिठाई मिलने की गारंटी होगी.
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