जैनामोड़: संताली भाषा की लिपि ओलचिकी के गुरु पंडित रघुनाथ मुमरू की 108वीं जयंती जरीडीह प्रखंड के कोचागोड़ा गांव स्थित फुटबॉल मैदान में धूमधाम से मनायी गयी़ मुख्य अतिथि राज आर्यान्स ग्रुप के अध्यक्ष रमेश कुमार मरांडी, जगदीश मुमरू, राजबल मुमरू , पंसस नुनिवाला देवी, श्यामलाल मरांडी, राजेश मुमरू, करमचंद सोरेन, रामनाथ मरांडी, सुखदेव मुमरू आदि ने पंडित रघुनाथ मुमरू के चित्र पर माल्यार्पण कर समारोह की शुरुआत की.
रमेश कुमार मरांडी ने कहा की सभी संताली समाज के लोग ओलचिकि लिपि से पढ़ाई करें और बच्चों को भी इसी लिपि से पढ़ने के लिए उत्साहित करें. यही पंडित रघुनाथ के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. जगदीश मुमरू ने पंडित कहा कि पंडित रघुनाथ आदिवसियों के लिए आदर्श हैं. आज भी आदिवासी पिछड़े हैं.
शिक्षा, रोजगार व जागरूकता का अभाव है. समाज के लोग शिक्षित होकर एक अच्छे समाज का निर्माण कर सकते हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेश मुमरू व संचालन लालबाबू सोरेन ने किया. मौके पर सीताराम मुमरू, पीआर मरांडी, लखन टुडू, चंद्रदेव मरांडी, विभिषण हांसदा, बुधन हांसदा, गुवामुनी देवी, शर्मिला देवी, पानमति कुमारी, सावित्री देवी, फुलमनी देवी, आदि उपस्थित थ़े.
मौके पर आदिवासी छात्र-छात्रओं के लिए कई खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ़ 100 मीटर दौड़ में बबिता, रीना व उर्मिला, 200 मीटर दौड़ बालक वर्ग में मिथिलेश मुमरू, प्रकाश हेंब्रम व शिवधन टुडू, बिस्कुट दौड़ में रीना, संगीता व उर्मिला, चम्मच दौड़ में बबिता, रीना व रूप कुमारी क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे. विजेताओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया़.