बोकारो: सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले चिकित्सक सावधान! अब लेट से अस्पताल पहुंचने का समय खत्म हो गया. मरीज को टरकाना भी महंगा पड़ेगा. बहाना भी नहीं चलेगा.
चिकित्सकों की कार्य प्रणाली पर 24 घंटे जिले के सिविल सजर्न की नजर होगी. यह काम कोई कर्मचारी नहीं करेगा. बल्कि अत्याधुनिक तकनीक से लैस जीपीएस (ग्लोबल पोजेशनिंग सिस्टम) मशीन करेगी. इसकी तैयारी भी पूरी कर ली गयी है. अगले माह के अंत तक राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में जीपीएस लगाने की शुरुआत हो जायेगी.
क्या है विभाग की योजना : स्वास्थ्य विभाग राज्य भर में चल रही स्वास्थ्य योजनाओं को लोगों तक सही तरीके से पहुंचाने की कोशिश कर रही है. इसके तहत जीपीएस के माध्यम से सभी जिले के सिविल सजर्न सभी अस्पतालों में मौजूद चिकित्सकों, ए ग्रेड नर्स, एएनएम, पारा कर्मी की उपस्थिति देखेंगे. साथ ही, ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या को भी जान सकेंगे.
क्या है ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम : जीपीएस (ग्लोबल पोजेशनिंग सिस्टम) एक मशीन है. जो एक जगह लगाने पर दूसरी जगह के हलचल व उसके लोकेशन की जानकारी मिलती है. साथ ही स्क्रीन के माध्यम से वहां की स्थिति को देखा जा सकता है. जरूरत पड़ने पर लोकेशन में मौजूद व्यक्ति की पूरी स्थिति भी जानी जा सकती है. डाटा सहित अन्य सामग्री की जांच भी की जा सकती है.