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शिक्षा विभाग : कैसे होगा जुलाई माह का वेतन भुगतान?

बोकारो: जिले के लगभग 89 हाई स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीन नहीं लगने के कारण वहां पदस्थापित शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पा रहे हैं. उपस्थिति दर्ज नहीं कराने की स्थिति में जुलाई माह के वेतन भुगतान में परेशानी हो सकती है. उल्लेखनीय है कि मानव संसाधन विभाग व बोकारो डीसी मनोज […]

बोकारो: जिले के लगभग 89 हाई स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीन नहीं लगने के कारण वहां पदस्थापित शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पा रहे हैं. उपस्थिति दर्ज नहीं कराने की स्थिति में जुलाई माह के वेतन भुगतान में परेशानी हो सकती है.

उल्लेखनीय है कि मानव संसाधन विभाग व बोकारो डीसी मनोज कुमार ने आदेश जारी किया है कि बायोमीट्रिक सिस्टम से हाजिरी नहीं बनाने वाले कर्मियों को जुलाई माह का वेतन भुगतान नहीं किया जायेगा. इसको लेकर शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों में संशय की स्थिति है.

2जी मशीन के कारण हो रही है कठिनाई : अब तक लगाये गये बायोमीट्रिक मशीन 2 जी आधारित है, जिसके कारण कर्मियों को उपस्थिति दर्ज कराने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. कभी-कभी एक कर्मी को अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए 15 से 20 मिनट तक इंतजार करना होता है. मामले में यूआइडी के जिला परियोजना पदाधिकारी दीपक ने बताया कि कई स्थानों पर नेटवर्क के कारण बायोमीट्रिक मशीन काम नहीं कर रहे, लेकिन विद्यालयों की लापरवाही भी उजागर हुई है. सबके पास पैसा पड़ा है, आदेश भी दिये जा चुके हैं, फिर भी नयी मशीनों की खरीदारी नहीं की जा रही है.
मानव संसाधन विभाग को लेना है फैसला : डीसी
चूंकि फिलहाल शिक्षा विभाग सीधे मानव संसाधन विभाग के अधीन है, इसलिए वेतन भुगतान या रोकने संबंधी निर्णय भी वहीं से लिया जाना है. हालांकि निदेशालय से भी बायोमीट्रिक सिस्टम से हाजिरी बनाने का निर्देश दिया गया है, इसलिए संभव है कि जिन स्कूलों में मशीनें नहीं लगायी गयी हैं, वहां हाजिरी भुगतान में परेशानी हो.
मनोज कुमार, डीसी, बोकारो
विद्यालयों को निर्देश दिया जा चुका है : डीइओ
जिले के सभी प्लस टू व जिला स्कूल में बायोमीट्रिक मशीन लगायी गयी है. कुल 11 स्कूलों में ही फिलहाल बायोमीट्रिक सिस्टम से हाजिरी बनायी जा रही है. मशीन की खरीदारी विकास मद से करनी है. इस संबंध में विद्यालयों को निर्देश दिया जा चुका है. वे जितनी जल्दी मशीन खरीदेंगे, उतनी जल्द उसे वहां लगा दिया जायेगा.
महीप सिंह, डीइओ
विकास मद से खरीदी जानी है मशीन
स्कूल में बायोमीट्रिक मशीनों की खरीदारी स्कूल के विकास मद से करनी है, लेकिन कई स्कूलों में विकास मद में राशि उपलब्ध होने के बावजूद बायोमीट्रिक मशीन नहीं लगाया गया है. मशीन की खरीदारी के लिए राज्य से कोटेशन उपलब्ध कराया गया है, लेकिन ये फिलहाल टाल-मटोल ही कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार, 100 में से 90 से अधिक हाइस्कूलों में बायोमीट्रिक मशीनें खरीदी ही नहीं गयी हैं.
12 में से आठ मशीनों से बनायी जा रही हाजिरी
शिक्षा विभाग को पूर्व में उपलब्ध कराये गये 12 बायोमीट्रिक मशीन में से आठ से उपस्थिति बनाने का रिकार्ड प्रशासन को मिला है. शेष चार मशीनों से उपस्थिति नहीं बन रही है. इनमें से 11 मशीन स्कूल में और एक डीइओ ऑफिस में लगायी गयी है.

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