बोकारो: नयी बसें नहीं खुल रही है. दो-तीन बसें खुली भी तो बंद हो गयी. कारण : पैसेंजर नहीं मिले. क्यों? भाड़ा अधिक हो गया है. क्यों? पेट्रोल की कीमत बढ़ गयी. नया मोड़ निजी बस पड़ाव का यही हाल है. पड़ाव की रौनक धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही है.
महंगी हुई बस की यात्रा
पेट्रोल की कीमत में लगातार इजाफा होने के कारण बस से यात्रा करना महंगा हो गया है. बस की अपेक्षा ट्रेन से यात्रा करना सस्ता करना पड़ रहा है. यही कारण है कि बस से यात्र करने वाले यात्रियों की संख्या में दिनों-दिन कमी आ रही है. इसका प्रभाव पड़ाव में दिख रहा है.
बसें खुलीं और बंद हो गयीं
यात्रियों की संख्या कम हो रही है. नयी बसों का परिचालन नहीं हो रहा है. जो बसें चल रही है, वो भी एक-एक कर बंद हो रही है. एजेंट बताते हैं पैसेंजर नहीं है. ऐसे में नया बस का परिचालन कोई भी मालिक नहीं करना चाहता है. कोई हिम्मत दिखाता भी है तो, यात्री के अभाव में कुछ दिनों बाद बस बंद हो जाती है.
यहां के लिए खुलती हैं बस
आरा, बक्सर, कोलकाता, भागलपुर, सीवान, छपरा, बिहारशरीफ, पटना, मुजफ्फरपुर, तारापुर, देवघर, दरभंगा, समस्तीपुर सहित बिहार, झारखंड, बंगाल के विभिन्न जिलों के लिए नया मोड़ निजी बस पड़ाव से प्रतिदिन दो दर्जन से अधिक बस खुलती है. इन बसों में भी यात्री नहीं मिलते हैं.
शादी-विवाह में भीड़
शादी-विवाह और पर्व-त्योहार के मौके पर बस पड़ाव थोड़ी बहुत रौनक पड़ाव में दिखती है. अन्य दिनों में नहीं. पड़ाव में बस की संख्या धीरे-धीरे घट रही है. एजेंटों ने रविवार को बताया : कभी पड़ाव से 100 से अधिक बसें खुलती थी. अभी पड़ाव से मुश्किल से दो दर्जन बस खुल रही है.