कसमार. 12 बजे तक लेट नहीं दो बजे के बाद भेंट नहीं. सरकारी कार्यालयों की यह कहावत पुरानी हो गयी है, अब तो साहबों को दिन-दिन भर दर्शन नहीं होते हैं. दूर दराज से आने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है. कसमार प्रखंड मुख्यालय के विभिन्न कार्यालयों में अधिकारी पदस्थापित तो हैं, लेकिन काम-काज में इनका मन नहीं लगता है.
कोई अफसर 12 बजे के बाद आता है, तो काई दिन भर नहीं आता. कामकाज में अधिकारी कितनी रुचि लेते हैं, सोमवार को प्रखंड कार्यालयों का हाल जानने का प्रयास प्रभात खबर के स्थानीय प्रतिनिधि ने किया. पता चला कि प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी कार्यालय खुला तो था, लेकिन उनकी कुर्सी खाली थी, जबकि कृषि पदाधिकारी, महिला प्रसार पदाधिकारी, सीडीपीओ, बीटीएम, अंचल निरीक्षक के कार्यालयों पर ताला लगा था.
प्रखंड सह अंचल कार्यालय में सभी अधिकारियों को हर दिन पहुंचना है. अगर अधिकारी कार्यालय से नदारद रहते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. रही बात प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी की, तो वे पेटरवार व कसमार दोनों जगह प्रभार में है, इसके चलते उन्हें सप्ताह में तीन दिन कार्यालय पहुंचना है. संतोष कुमार, कसमार बीडीओ