बोकारोः मंगलवार और शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय की चहल-पहल देखती बनती है. इस दिन उपायुक्त से मिलने, अपनी समस्या बताने, सरकारी कामों में आ रही दिक्कतों की जानकारी देने और तमाम तरह की बात रखने बोकारो के लोग डीसी के जनता दरबार में पहुंचते हैं. पिछले करीब एक माह से ज्यादा समय से सुदूर क्षेत्र के लोग पहुंच तो रहे हैं, लेकिन वह बैरंग वापस लौट जा रहे हैं.
चास प्रखंड के गोपालपुर पंचायत के हरिपद मांझी (70) अपने इंदिरा आवास का आवेदन लिए उपायुक्त कार्यालय में उपायुक्त का पता पूछते नजर आये. डीसी चेंबर के सामने लगी कुर्सियां भी हर मंगलवार की तह भरी थी. काफी देर इंतजार करने के बाद सभी वापस लौट गये. वहीं बेहद जरूरी फाइलों को डीसी धनबाद के पास, जो बोकारो डीसी के प्रभार में हैं, धनबाद भेज कर पूरा किया जा रहा है.
फाइल लाने व ले जाने वाले कर्मियों का कहना है कि धनबाद डीसी अपने ही जिले के विकास योजनाओं में इतना व्यस्त हैं कि बोकारो.. इतनी समस्या के बाद भी सरकार की ओर से बोकारो में नये उपायुक्त की पदस्थापना नहीं की जा रही है. इससे विकास योजनाओं पर क्या फर्क पड़ रहा है. इस मामले में बोकारो के जनप्रतिनिधि की राय जानने की कोशिश की है प्रभात खबर ने.