तलगड़िया: राज्य के भू-राजस्व मंत्री अमर कुमार बाउरी ने रविवार को पर्वतपुर कोल ब्लॉक का दौरा किया. इस दौरान रैयत मजदूरों की समस्याओं को लेकर सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ वार्ता की. मंत्री को अधिकारी व मजदूरों ने अपनी समस्या बतायी. 31 मार्च को बीसीसीएल द्वारा पर्वतपुर कोल ब्लॉक को टेक ओवर करने के बाद […]
तलगड़िया: राज्य के भू-राजस्व मंत्री अमर कुमार बाउरी ने रविवार को पर्वतपुर कोल ब्लॉक का दौरा किया. इस दौरान रैयत मजदूरों की समस्याओं को लेकर सभाकक्ष में अधिकारियों के साथ वार्ता की. मंत्री को अधिकारी व मजदूरों ने अपनी समस्या बतायी. 31 मार्च को बीसीसीएल द्वारा पर्वतपुर कोल ब्लॉक को टेक ओवर करने के बाद 25 सौ मजदूरों की जीविका की समस्या की बात कही. कोल ब्लॉक के असुरक्षित होने की बात भी उठी. माइंस के बचाव और सुरक्षा के लिए डीजीएमएस के नियमानुसार कर्मचारी की जरूरतों को बीसीसीएल ने पूरा नहीं किया है. इससे माइंस डूबने की स्थिति में है.
माइंस को बचाने के लिए तीनों शिफ्ट में ओवर मैन, फीटर, माइनिंग सुपरवाइजर, फोर मैन, इलेक्ट्रीशियन चाहिए. जबकि बीसीसीएल ने ऐसी व्यवस्था नहीं की है. माइंस बचाने का आग्रह : मंत्री श्री बाउरी ने बीसीसीएल के जीएम जेके बोरा को स्पष्ट निर्देश दिया कि माइंस को बचाने के लिए जो भी प्रक्रिया है, उसे पूरा करें. माइंस बचेगी तभी कंपनी चलेगी. 20 मई तक सेल या टाटा पर्वतपुर को कोल ब्लॉक को ले लेगी. रैयतों ने जमीन दी है. इससे जिदंगी जुड़ी है. माइंस में पानी और गैस न भर जायेगी तो कोई कंपनी इसे लेना नहीं चाहेगी. वहीं बीसीसीएल भौंरा के जीएम जेके बोरा ने कहा : नियमानुसार माइंस को बचाने का काम किया जा रहा है.
उच्च अधिकारी का जो आदेश मिलेगा. वही काम किया जायेगा. इस पर मंत्री ने कहा लापरवाही नहीं चलेगी. रैयत मजदूर 70 लोगों को लेकर काम कर रहे थे वैसे ही करें.
वार्ता में ये थे मौजूद : चास एसडीएम श्याम नारायण राम, चंदनकियारी बीडीओ मिथिलेश चौधरी, इलेक्ट्रो स्टील महाप्रबंधक डॉ सीपी पांडेय, अनूप सिंह, कृपानाथ मुखर्जी, अशोक दसौंधी, सोमनाथ शेखर, संजय सिंह, श्याम पैतंडी, बबलू चौबे, जहांगीर अंसारी, विजय मोहली आदि मौजूद थे.