बोकारो: शनिवार को बोकारो जिले की विभिन्न प्रखंडों की महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने का संकल्प लिया. मौका था डीसी सभागार में शनिवार को आयोजित एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का. आयोजन झारखंड राज्य महिला आयोग ने सामाजिक संस्था ‘धारा’ के सहयोग से किया. झारखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. हेमलता एस मोहन बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थीं.
डॉ. मोहन ने कहा कि लिंगानुपात के मामले में झारखंड में पांच जिले की स्थिति ठीक नहीं है. सबसे दयनीय स्थित बोकारो की है. बोकारो में प्रति हजार पुरुषों पर 835 महिलाएं हैं. भ्रूण हत्या शहरी क्षेत्रों में अधिक हो रही हैं. समस्या अब गांव तक भी पहुंच गयी है. इसे रोकने के लिए महिलाओं को ही पहल करनी होगी. डॉ. मोहन ने पंचायत प्रतिनिधियों से अपनी दृढ़ता व प्रतिबद्धता के साथ कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ एकजुट होकर जंग छेड़ने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण महिलाओं के बिना नहीं हो सकता. बच्चियों का जन्म हो. वह स्वस्थ हों. उनकी उचित परवरिश हो. यह महिलाओं को ही सुनिश्चित करना है. कन्या भ्रूण हत्या एक अपराध है. इस समस्या को खत्म करने के लिए सरकारी व गैर सरकारी तंत्रों की प्रतिबद्धता व सामूहिक प्रयास जरूरी है.
महिला प्रतिनिधियों की भूमिका सर्वोपरि : डॉ. मोहन ने कहा : कन्या भ्रूण हत्या समस्या के समाधान में पंचायती राज संस्थाओं की निर्वाचित महिला सदस्यों की भागीदारी निश्चित रूप से सर्वोपरि है. इसलिए यूनाइटेड नेशन वूमेन व राज्य महिला आयोग के संयुक्त प्रयास से महिला प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि पंचायत तक कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगे. इस समस्या का समूल नष्ट के लिए आयोग प्रतिबद्ध है.
गांवों में चलेगा जागरूकता अभियान : कार्यक्रम में महिला जन प्रतिनिधियों को कन्या भ्रूण हत्या से उत्पन्न समस्या, कन्या भ्रूण हत्या की कार्यप्रणाली, रोकथाम के लिए कानून, निदान के उपाय आदि का प्रशिक्षण दिया गया. डॉ. मोहन ने कहा कि आयोग अपेक्षा करता है कि महिला प्रतिनिधि अपने-अपने इलाके में कन्या भ्रूण हत्या के विरुद्ध सघन जागरूकता अभियान चलायेंगी. इससे आम लोग इस समस्या को समङोंगे और इसे रोकने में अपनी भूमिका निभायेंगे. महिला जन प्रतिनिधियों को अभियान चलाने की बात कही गयी.
ये थे उपस्थित : जिला पंचायती राज पदाधिकारी संदीप कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी शशिभूषण मेहरा, एसीएमओ डॉ. सुनील उरांव व समाज कल्याण पदाधिकारी एनके राय ने भी कन्या भ्रूण हत्या हत्या को सामाजिक अपराध बताया. ‘धारा’ के सचिव जीवन जगन्नाथ ने कार्यक्रम के आयोजन की भूमिका पर प्रकाश डाला. संचालन किशोरकांत ने किया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में दर्जनों महिला पंचायत प्रतिनिधि शामिल हुईं.