बोकारो: रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले पूर्व रेलवे अधिकारी एमआरपी पटनायक को बालीडीह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. बालीडीह रेलवे कॉलोनी निवासी ठगी के शिकार सुरेंद्र कुमार ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया था. फिलहाल पटनायक छिप कर रहता था. गुरुवार की शाम वह रेलवे कॉलोनी बालीडीह स्थित अपने साढू के घर आया था. पुलिस को सूचना मिली. इसके बाद मुख्यालय डीएसपी मुकुंद सिंह ने छापामारी कर उसे गिरफ्तार किया.
पटनायक वर्ष 2010 में बोकारो रेलवे स्टेशन के उप स्टेशन प्रबंधक (वाणिज्य) पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. सेवानिवृत्त होने के कुछ वर्ष पहले से उन्होंने रेलवे के ग्रुप डी पद पर नौकरी लगाने के नाम पर कई स्थानीय बेरोजगार युवकों से लाखों रुपये लिये. सेवानिवृत्त होने के बाद ठगी का धंधा जोर पकड़ा.
सुरेंद्र कुमार ने बताया की पटनायक ने कई बेरोजगार युवकों को रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ठगा है. सभी से ढाई-ढाई लाख रुपये की ठगी की गयी है. मैंने भी पटनायक को ढाई लाख रुपया कई वर्ष पहले दिया. ससुराल से कर्ज लेकर व अपना फिक्स डिपोजट तोड़ कर पैसा दिया. पटनायक बेरोजगार युवकों से दावा करता था की भुवनेश्वर स्थित रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से उसकी अच्छी जान-पहचान है. चेयरमैन के जरिये वह किसी भी युवक को ग्रुप डी के पद पर नौकरी लगा सकता है.
पटनायक की बात पर भरोसा कर सुनील कुमार व रेलवे कॉलोनी निवासी बीके सिंह ने अपने पुत्र उमा शंकर यादव की नौकरी के लिए ढाई-ढाई लाख रुपया दिये. सुनील ने बताया की उसे दर्जनों बार पटनायक भुवनेश्वर लेकर गया, लेकिन कोई बात नहीं बनी.