बोकारो: नये साल में चास-बोकारो के लोगों को गरगा का नया पुल मिल जाएगा. सब कुछ ठीक रहा, तो अप्रैल तक एचएससीएल पुल को हैंड ओवर कर देगा. शनिवार को बोकारो डीसी उमाशंकर सिंह ने गरगा पुल के निर्माण में हुई प्रगति की समीक्षा की. समीक्षा के दौरान चास श्मशान घट के पहुंच पथ, पुल के पहुंच पथ के निर्माण में विलंब के कारणों की जानकारी ली.
हालांकि बैठक में एनएच के अधिकारियों की अनुपस्थित के कारण पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है. डीसी ने कहा : एचएससीएल एनएच के अधिकारियों के साथ तालमेल स्थापित कर कार्य पूरा करने की दिशा में कार्रवाई करें. डीसी ने एचएससीएल को सात दिसंबर तक वर्क आउट करने का निर्देश दिया. एनएच के अधिकारियों के साथ 10 दिसंबर को पुन: बैठक होगी. बैठक में एचएससीएल की ओर से केके गंगोपाध्याय, प्रोजेक्ट हेड जेएन दास, साइड इंचार्ज धर्मेद्र कुमार आदि मौजूद थे.
चट्टान के कारण कार्य बाधित : पुल निर्माण के दौरान खुदाई में एक ठोस चट्टान बाहर आने के कारण फिलहाल कार्य बाधित है. एचएससीएल ने सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर से चट्टान के संबंध में जानकारी मांगी है. अगर चट्टान को हटाना है तो ब्लास्टिंग की अनुमति भी मांगी है.
एनएच द्वारा नक्शा नहीं देने के कारण नहीं बन रहा पहुंच पथ : श्मशान घाट के लिए पहुंच पथ व पुल के पहुंच पथ में विलंब का एक कारण एनएच की लापरवाही भी बतायी जा रही है. एनएच ने अभी तक श्मशान घाट के लिए पहुंच पथ का नक्शा नहीं दिया है. यह सड़क 119 मीटर लंबी व 12 मीटर चौड़ी होगी. वहीं पुल के लिए पहुंच पथ में बालू भरने के लिए कोई लिखित आदेश नहीं दिया गया है.
अब गरगा पुल के पास नहीं फेंका जायेगा कचरा
डीसी उमाशंकर सिंह ने ठोस कचरा निष्पादन के लिए बैठक की. उन्होंने चास नगरपालिका के विशेष अधिकारी कृष्ण कुमार को निर्देश दिया कि गरगा पुल व उसके आस-पास कचरा नहीं फेंका जाये. कालापत्थर के पास आवंटित 10 एकड़ गैरमजरूआ जमीन पर ही कचरा फेंका जाये. आयुक्त कार्यालय से निर्देश मिलते ही इस जमीन की चहारदीवारी करायी जायेगी. चहारदीवारी निर्माण के लिए जिला प्रशासन को 87 लाख रुपये मिल गये हैं. इसके लिए इ-टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू की जायेगी. डीसी ने गरगा पुल के पास पूर्व से फेंके गये कचरे को समतलीकरण कराने का निर्देश दिया. बताते चले : गरगा पुल के पास से लेकर जिला जन संपर्क कार्यालय व सदर अस्पताल तक कचरों का अंबार लगा हुआ है.