नयी दिल्ली: विक्रमादित्य मोटवानी की फिल्म ‘लुटेरा’ में अभिनय के लिए अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा को भले ही वाहवाही मिल रही हो लेकिन अपने कैरियर की शुरुआत में इस फिल्म में काम करने से कई लोगों ने उन्हें मना किया था.
सोनाक्षी सिन्हा ने अपनी कैरियर की शुरुआत ‘दबंग’ फिल्म से की और बाद में वह मसाला फिल्में ‘राउड़ी राठौड़’, ‘दबंग 2’, और ‘सन ऑफ सरदार’ में नजर आयी थी.
इस फिल्म की पटकथा 1950 के दशक के एक तरफा प्रेम कहानी की है और इस भूमिका को निभाना सोनाक्षी के लिए एक चुनौती थी. फिल्म में सोनाक्षी ने लाड़-प्यार में पली लेकिन एक बंगाली जमींदार की समर्पित बेटी की भूमिका अदा की है जो एक अपरिचित के अतीत को जाने बगैर उसके प्यार में पड़ जाती है.
सोनाक्षी ने बताया कि दबंग के बाद लोगों ने मुङो एक विशेष प्रकार की फिल्मों में देखा. मुङो इस तरह की प्रतिक्रिया सुनने को मिली कि तुम अपने कैरियर में बहुत जल्दी कर रही हो, आप इसे करने में सझम नहीं हो सकती हैं, आपको इस तरह की फिल्मों में काम करने के लिए और अनुभव की जरुरत है. उन्होंने कहा ‘‘मैं इससे परेशान हो गयी और दूसरे लोगों को गलत साबित करने का निर्णय लिया. मैने कुछ प्रयोगात्मक करने का प्रयास किया और मैं खुश हूं कि इस काम में मैं सफल हुयी’’