बोकारो: बिल्डर्स के सीएनटी फ्री जमीन के दावे के चक्कर में कहीं आप फंस तो नहीं रहे हैं? बिल्डर्स अपना प्रोडक्ट बेचने के लिए हर हथकंडा अपना रहे हैं. सूबे में हाइ कोर्ट के आदेश के बाद सीएनटी एक्ट कड़ाई से लागू हुआ. हर जमीन पर अंगुली उठने लगी. रियल स्टेट का धंधा मंदा पड़ने लगा, तो इसका भी तोड़ रियल स्टेट कारोबारियों ने निकाल लिया.
कंपनियां अपने प्रचार में सीधे तौर पर अपनी जमीन को सीएनटी फ्री बता रही हैं. जबकि किसी सक्षम पदाधिकारी से ऐसा कोई प्रमाण पत्र इन्हें नहीं दिया गया है. ऐसे में आप जिस जमीन को खरीदने जा रहे हैं, यह सोच कर कि यह सीएनटी फ्री है, कहीं वह फरजी नहीं? आज तक किसी बिल्डर्स के तरफ से चास अनुमंडल कार्यालय में सीएनटी जमीन के हस्तांतरण का प्रमाण पत्र लेने के लिए किसी भी रियल स्टेट कंपनी ने पहल नहीं की है.
बेधड़क हो रहा है प्रचार, फंस रहे लोग : बोकारो में नये-नये टाउनशिप बस रहे हैं. शहर में रियल स्टेट के लिए बड़े-बड़े बोर्ड लगे हैं. कंपनियां बोर्ड पर बेधड़क लिख रही हैं कि उनकी जमीन सीएनटी फ्री है. जिंदगी भर की कमाई लगा कर बोकारो के सीसीएल, डीवीसी, सेल और तमाम कारखानों के कर्मी-अधिकारी इन रियल स्टेट कंपनियों का विज्ञापन देख अपना पैसा लगा रहे हैं.
वादे भी नहीं हो रहे पूरे : चीरा-चास में सड़क, स्कूल और दूसरे सुविधा के नाम पर कई कॉलोनियां बनी. लेकिन आज बुनियादी तौर पर इस इलाके की हालत दयनीय है. न ही सड़क है और न ही छोटे नालों-नदियों पर पुल.