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टीटीपीएस की यूनिट एक बंद
महुआटांड़ : कोयला के अभाव में तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन (टीटीपीएस) की यूनिट-1 बंद कर दी गयी है. यूनिट-2 पर भी आफत के बादल मंडराने लगे हैं. आपूर्ति बंद होने से हाल यह है कि परियोजना के कोल यार्ड में कोयला नहीं के बराबर है. जानकारी है कि अगर मंगलवार को कोयला आपूर्ति शुरू नहीं […]
महुआटांड़ : कोयला के अभाव में तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन (टीटीपीएस) की यूनिट-1 बंद कर दी गयी है. यूनिट-2 पर भी आफत के बादल मंडराने लगे हैं. आपूर्ति बंद होने से हाल यह है कि परियोजना के कोल यार्ड में कोयला नहीं के बराबर है. जानकारी है कि अगर मंगलवार को कोयला आपूर्ति शुरू नहीं हुई तो यूनिट-2 को भी बुधवार तक बंद करना पड़ेगा. यानी परियोजना से विद्युत उत्पादन ठप हो जायेगा. इसका असर राज्य के विभिन्न जिलों में लोड शेडिंग के रूप में दिखेगा. असर इसलिए भी व्यापक होगा कि गर्मी लगातार परवान चढ़ रही है और इस समय बिजली की मांग सर्वाधिक होती है.
बकाया भुगतान बना मुद्दा :
सूत्रों के अनुसार बकाया भुगतान नहीं होने से पिछले करीब दो-तीन दिनों से सीसीएल ने कोयला आपूर्ति रोक दी है. जानकारी के मुताबिक, बकाया में से करीब 50 करोड़ भुगतान करने को कहा गया है. अब टीवीएनएल इतनी बड़ी राशि तत्काल भुगतान करने में असमर्थ है. वह खुद कई वर्षों से वित्तीय समस्याओं से जूझ रहा है. असल में टीवीएनएल अपनी बिजली जेयूवीएनएल को बेचती है. इसके एवज में उसे 40 से 45 करोड़ ही भुगतान किया जाता है. आपूर्ति अधिक व भुगतान कम होने से बकाया बढ़ता चला गया है. सूत्रों के अनुसार, टीवीएनएल का जेयूवीएनएल पर करीब 3600 करोड़ बकाया है. जेयूवीएनएल के भुगतान से ही कुछ रास्ता निकल सकता है.
20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज दर्ज
कथारा : कथारा कोलियरी से सटे विस्थापित डहिया बस्ती के 20 लोगों पर प्रबंधन के आदेश पर कथारा ओपी में एक मामला दर्ज किया गया. सभी पर गत 15 अप्रैल को माइंस बंद कर क्षति पहुंचाने का आरोप है. कांड कोलियरी के सुरक्षा पदाधिकारी भीम राम के आवेदन पर दर्ज किया गया है. दर्ज मामला में परियोजना पदाधिकारी जेएन गुप्ता ने साक्षी के रूप में हस्ताक्षर किया है.
इन्हें बनाया गया आरोपित :
आरोपितों पर भादवि की धारा 341, 323, 353, 34, 3/ डैमेज प्रोपर्टी के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपितों में राधा देवी, कौशल्या देवी, मंजू देवी, गुड़िया देवी, सुषमा देवी, ममता देवी, बोधनी देवी, आशा देवी, लक्ष्मण गोप, नकुल यादव, भीमलाल यादव, नागेश्वर यादव, विश्वनाथ यादव, नंदलाल यादव, जितेंद्र यादव, सुंदरलाल यादव, कुलेश्वर यादव, अर्जुन यादव, वासुदेव यादव, बाबूलाल यादव का नाम शामिल है.
प्रमाण उपलब्ध :
दर्ज मामले के अनुसार गत 15 अप्रैल को प्रात: पौने सात बजे से लक्ष्मण गोप एवं उनके अन्य सदस्यों ने कोलियरी के दो एवं तीन नंबर क्वायरी में विभागीय एवं आउटसोर्सिंग पैच में चल रहे कोयला एवं ओबीआर उत्पादन कार्य को जबरन बंद करा दिया. इससे राज्य सरकार को रॉयल्टी के रूप में मिलने वाले लाखों का राजस्व नुकसान उठाना पड़ा. उन्होंने इस बंद के पीछे गोविंद यादव पिता स्व दुखन यादव एवं रामेश्वर गोप (दोनों ग्राम बांध बस्ती) की साजिश को बताया है. इन दोनों ने महिलाओं एवं बच्चों को खदान में भेज दिया एवं खुद पीछे रहकर षड्यंत्र कर कार्य को बाधित करते रहे. बंद में शामिल महिलाओं का वीडियो फिल्म एवं फोटोग्राफी प्रमाण पत्र स्वरूप उपलब्ध है.
बंद करने में मेरा हाथ नहीं :
आरोपित गोविंद यादव ने माइंस बंद करने में अपना हाथ होने से इंकार किया है. कहा : बावजूद इसके मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया गया जो असत्य व निराधार है. ग्रामीणों के हक को लेकर आवाज उठाने पर प्रबंधन हमेशा झूठा मामला दर्ज करता रहा है. उन्होंने प्रबंधन द्वारा वर्ष 2014 से अभी तक खुद पर कई झूठे मामले दर्ज किये जाने की बात कही.
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