इनमें एके सिंह एंड टीम, डॉ पीके पांडेय एंड टीम व एसके सिंह एंड टीम मुख्य रूप से शामिल है. सभी टीम अधिकारियों के अधिकार की बात कर रही है. बोकारो स्टील प्लांट के ऑफिसर्स माहौल में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गयी है. कार्यालय से लेकर क्लब व चौक -चौराहे पर चुनाव की चर्चा हो रही है. बोसा चुनाव में एक अध्यक्ष पद के लिए तीन प्रत्याशी, एक महासचिव पद के लिए तीन प्रत्याशी व एक कोषाध्यक्ष पद के लिए 04 प्रत्याशी मैदान में है. जोनल प्रतिनिधि के लिए 56 प्रत्याशी मैदान में हैं. एके सिंह एंड टीम में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार एके सिंह, महासचिव पद के उम्मीदवार मनोज कुमार व कोषाध्यक्ष के उम्मीदवार डॉ जयनाथ शामिल है. डॉ पीके पांडेय एंड टीम में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार डॉ पीके पांडेय, महासचिव पद के उम्मीदावार लंबोदर उपाध्याय व कोषाध्यक्ष पद के उम्मीदवार कृष्ण चंद्र गगरई शामिल है. एसके सिंह एंड टीम में अध्यक्ष एसके सिंह, महासचिव पद के उम्मीदवार राजूल हलकर्णी व कोषाध्यक्ष पद के उम्मीदवार शामिल हैं.
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ऑफिसर्स को विजन एंड रीजन दिखाने में पसीना बहा रहे हैं बोसा प्रत्याशी
बोकारो: न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस, ठंड चरम पर. बावजूद इसके बोकारो स्टील ऑफिसर्स एसोसिएशन (बोसा) के सत्र 2017-19 के प्रत्याशी ऑफिसर्स को विजन एंड रीजन दिखाने में पसीना बहा रहे हैं. बोसा का चुनाव 10 दिसंबर को होगा. मतलब, अब चुनाव में एक सप्ताह से भी कम समय बच गया है. प्रत्याशियों के पास […]
बोकारो: न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस, ठंड चरम पर. बावजूद इसके बोकारो स्टील ऑफिसर्स एसोसिएशन (बोसा) के सत्र 2017-19 के प्रत्याशी ऑफिसर्स को विजन एंड रीजन दिखाने में पसीना बहा रहे हैं. बोसा का चुनाव 10 दिसंबर को होगा. मतलब, अब चुनाव में एक सप्ताह से भी कम समय बच गया है. प्रत्याशियों के पास विजन एंड रीजन दिखाने के लिए बहुत कम समय बचा है. इस बात को प्रत्याशी बखूबी समझ रहे हैं. हर प्रत्याशी चुनाव प्रचार में एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है.
उम्मीदवारों के साथ-साथ वोटर भी चुनाव के अहमियत को समझ रहे है. प्लांट के अंदर व बाहर लगातार समीकरण बन व बिगड़ रहा है. हर टीम अधिकारियों को अपने पक्ष में रिझाने में लगी है. बोसा चुनाव में खड़े अध्यक्ष, महासचिव व कोषाध्यक्ष पद के प्रत्याशी एक-एक अधिकारी (वोटर) से संपर्क कर रहे हैं. इस दौरान हर टीम दूसरी टीम की गतिविधियों पर पैनी नजर रख रही है. चुनाव प्रचार के दौरान कोई अपनी उपलब्धियों को गिना रहा है, तो कोई पुरानी टीम की असफलता में अपनी जीत का दाव पेश कर रहा है. फिलहाल, त्रिकोणीय मुकाबला होता नजर आ रहा है.
अधिकारियों की लड़ाई तेज होगी : एके सिंह
बोसा अध्यक्ष पद के प्रत्याशी एके सिंह ने कहा : अधिकारियों की लड़ाई तेज होगी. हर मुद्दे को अंजाम तक पहुंचाया जायेगा. पे-रिविजन, पेंशन, पीआरपी, वेतन विसंगति जैसे मुद्दों पर अधिकारियों के साथ मिलकर काम किया जायेगा. बोसा चुनाव में हमारी टीम सबसे बेहतर है. उम्मीद है कि अधिकारी इस टीम पर भरोसा जतायेंगे. टीम अधिकारियों को निराश नहीं करेगी. अधिकारियों की लंबित समस्याओं का समाधान प्राथमिकता होगी.
मेरी टीम की पुन: वापसी होगी : डॉ पीके पांडेय
बोसा अध्यक्ष पद के प्रत्याशी डॉ. पीके पांडे ने कहा : थर्ड पीआरपी लागू करवाना, 2008-10 बैच के वेतन विसंगति को दूर करना, इंकैशमेंट को पुन: शुरू करना प्राथमिकता होगी. 11 माह के पर्क का एरिअर का केस कोलकाता हाई कोर्ट में संजीदगी से लड़ रहे हैं. अधिकारियों के हक में न्याय मिलने की पूरी उम्मीद है. बीजीएच व नगर प्रशासन में बेहतर सुविधा समेत कई काम किये हैं. प्रयास आगे भी जारी रहेगा. मेरी टीम की पुन: वापसी होगी.
लंबित मामला को होगा समाधान : एसके सिंह
बोसा अध्यक्ष पद के प्रत्याशी एसके सिंह कहा : 2009-11 के कार्यकाल में अधिकारियों का वेज रिविजन लंबी लड़ाई के बाद लागू कराया था. उसी समय पेंशन व पर्क का मामला लंबित रह गया, जो अभी तक पूरा नहीं हो सका है. इसको पूरा कराना प्राथमिकता होगी. अधिकारियों के अधिकार की लड़ाई तेज होगी. स्थानीय स्तर से लेकर मंत्रालय तक अधिकारियों की आवाज बुलंद की जायेगी. हमारी जीत तय है. अधिकारी सशक्त टीम की तलाश में हैं.
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