रांची : कोकर के ढेलाटोली निवासी कबाड़ी व्यवसायी सुरेंद्र जायसवाल की मौत रविवार को इलाज के दौरान रिम्स में हो गयी़ उन्हें गत 18 अप्रैल को खेलगांव ओपी के लालगंज के समीप अपराधियों ने गोली मार दी थी़ उन्हें पीठ में गोली लगी थी़ उसी दिन से उनका इलाज रिम्स में चल रहा था़ टाटीसिलवे थाना क्षेत्र में उनकी कबाड़ी की दुकान है़ वह 18 अप्रैल की शाम दुकान से घरेलू सामान लेकर ढेलाटोली लौट रहे थे़ उसी दौरान पहले से घात लगाये अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी थी़ पुलिस के पहुंचने के पहले स्थानीय लोगों ने उन्हें रिम्स पहुंचाया था़.
आरोपी ने कर दिया है सरेंडर: गोली मारने की घटना के बाद राजू महतो सहित दो लोगों पर खेलगांव ओपी में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी़ प्राथमिकी दर्ज किये जाने के दो दिन बाद राजू महतो ने पुलिसिया दबाव में कोर्ट में सरेंडर कर दिया था़ उसे रिमांड पर लेने के लिए खेल गांव आेपी प्रभारी अवधेश कुमार कोर्ट में आवेदन दिये हुए हैं. उसने पुलिस को बताया था कि सुरेंद्र जायसवाल की कबाड़ी दुकान के कारण उसके पिता की दुकान पर असर पड़ रहा था़
होली के समय भी चलायी थी गोली : इस वर्ष होली के पहले भी सुरेंद्र जायसवाल पर गोली चलायी गयी थी़ उस समय राजू महतो व उसके छोटे भाई घटना में शामिल थे. टाटीसिलवे थाना में आर्म्स एक्ट की प्राथमिकी दर्ज हुई थी़ राजू के छोटे भाई ने उस घटना के बाद सरेंडर कर दिया था, लेकिन राजू महतो उस समय से फरार था़
पुत्र ने दी मुखाग्नि
सुरेंद्र प्रसाद जायसवाल का अंतिम संस्कार स्वर्णरेखा नदी नामकुम स्थित मुक्तिधाम में किया गया़ पुत्र हिमांशु जायसवाल ने मुखाग्नि दी़ इसके पूर्व रिम्स में पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया था़ यह जानकारी व्यवसायी के साढ़ु के पुत्र राजेश जायसवाल ने दी़ उन्होंने बताया कि घटना के 40 दिनों के बाद उनकी मौत हुई़ उन्हेें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भी ले जाया गया था़ लेकिन संक्रमण कम नहीं हुआ, क्योंकि पीठ में गोली लगी थी़ गोली रीढ़ की हड्डी को संक्रमित कर दिया था़ उसी संक्रमण के कारण उनकी जान चली गयी़ उनका निधन 28 मई की शाम पौने सात बजे हो गयी थी़