बहरागोड़ा/रांची: झामुमो को अलविदा कह जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार बनने वाले झामुमो विधायक विद्युत वरण महतो से प्रभात खबर ने विभिन्न विंदुओं पर बात की. श्री महतो ने कहा कि 36 साल अलग झारखंड राज्य लेने वाले के साथ रहा. अब विकास के मुद्दे पर झारखंड राज्य देने वाली भाजपा के साथ हूं. दूरभाष पर श्री महतो से की गयी बातचीत के प्रमुख अंश प्रस्तुत हैं.
आप झामुमो के विधायक थे, फिर पार्टी क्यों छोड़ दी?
मुङो झामुमो के किसी नेता से कोई शिकायत नहीं है. झामुमो में अब पहले के जैसा जुझारूपन नहीं है. सत्ता में रह कर भी झामुमो ने आंदोलनकारियों और शहीदों के परिवार के लिए कुछ नहीं किया. सभी उपेक्षित ही रहे. शहीदों के परिवार का कद्र नहीं हुआ.
सविता महतो प्रकरण में आपने झामुमो से इस्तीफा दिया था?
हां, मैंने सविता महतो के अपमान से दुखी होकर इस्तीफा दिया था. परंतु पार्टी के वरीय नेताओं ने अनुरोध पर इस्तीफा वापस लिया.
किन कारणों से आप भाजपा की और आकर्षित हुए?
झामुमो ने झारखंड राज्य के लिए आंदोलन किया, मगर भाजपा ने ही अलग झारखंड राज्य दिया. इस राज्य का विकास भाजपा ही कर सकती है. देश में नरेंद्र मोदी की लहर है. नरेंद्र मोदी की सोच विकास की है. गुजरात इसका उदाहरण है. मैं नरेंद्र मोदी की कार्यशैली से काफी प्रभावित हूं. उनके नेतृत्व में ही देश का विकास संभव है.
झामुमो छोड़ने से आपको क्या नुकसान होगा?
झामुमो छोड़ने से फायदा ही होगा. भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है. इसपार्टी में काम करने का एक अलग ही अंदाज है. पार्टी सत्ता में आयी तो इस राज्य के विकास को एक नया आयाम मिलेगा.
क्या जनता आपको सांसद चुनेगी?
मेरी जीत तय है. बहरागोड़ा विस में जनता ने मुङो सेवा का पुरस्कार देकर ऐतिहासिक जीत दिलायी थी. जनता भारी मतों से विजयी बना कर सेवा का मौका जरूर देगी.
आपका मुकाबला किसी पार्टी के उम्मीदवार से होगा?
मेरा मुकाबला किसी भी पार्टी के उम्मीदवार से नहीं है. लगभग सभी दलों के उम्मीदवार चाहे झाविमो और झामुमो के उम्मीदवार गाहे बगाहेजनता के बीच आते हैं. मैं तो वषों से जनता से जुड़ा हूं. जनता जबबुलाती है. हाजिर हो जाता हूं. इसलिए जनता उन्हें सांसद बना कर पुरस्कार देगी.