इतना ही नहीं खाताधारी ने भी जब अपने चेक से फेक चेक का मिलान किया, तो अचंभित रहे. चेक से लेकर हस्ताक्षर तक सारा कुछ अॉरिजनल लग रहा है. पंजाब नेशनल बैंककर्मियों का कहना है कि उनका चेक नोयडा में छपता है. बिल्कुल इसी तरह का फेक चेक छप जाना उनकी समझ के परे है. ऐसे में बैंक अधिकारियों ने अपने स्तर से लिकेज ढूंढ़ना शुरू कर दिया है. उनका मानना है कि अगर तत्काल इस पर रोक नहीं लगी. रैकेट पकड़ में नहीं आया, तो बड़ी गड़बड़ियां होंगी. कई लाेगों के पैसे से निकाले जा सकते हैं. यह देखते हुए कर्मियों को अलर्ट भी कर दिया गया है.
Advertisement
असली जैसा बना दिया फरजी चेक, पकड़ना हो रहा मुश्किल
रांची : बैंक में प्रोड्यूस होनेवाले फरजी चेक बिल्कुल अॉरिनजल चेक की तरह हैं. यानी अॉरिजनल व फेक चेक में बिल्कुल अंतर नहीं है. दोनों चेक का सिक्युरिटी फीचर्स भी एक जैसा है. वाटर मार्क से लेकर सारी चीजें मिल रही है. ऐसा बैंककर्मियों का मानना है. यह स्थिति देख बैंककर्मियों के होश उड़ गये […]
रांची : बैंक में प्रोड्यूस होनेवाले फरजी चेक बिल्कुल अॉरिनजल चेक की तरह हैं. यानी अॉरिजनल व फेक चेक में बिल्कुल अंतर नहीं है. दोनों चेक का सिक्युरिटी फीचर्स भी एक जैसा है. वाटर मार्क से लेकर सारी चीजें मिल रही है. ऐसा बैंककर्मियों का मानना है. यह स्थिति देख बैंककर्मियों के होश उड़ गये हैं.
चेक बुक पर खाताधारी का साइन (हस्ताक्षर) भी हू-ब-हू है. खाताधारी भी अपना हस्ताक्षर देख कर असमंजस में पड़े हुए हैं. इसे लेकर सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर खाताधारी का हस्ताक्षर गोरखधंधे वाले लोगों के पास कैसे पहुंचा. इसे बड़ा लिकेज माना जा रहा है. यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि बैंक से जुड़े लोग ऐसे धंधेबाजों की मदद कर रहे हैं.
खाते में राशि जमा होने की खबर कैसे लगी?
वाइएमसीए के खाते में करीब 39 हजार रुपये था. 14 अप्रैल को जैसे ही इस खाते में राशि आयी, 18 अप्रैल को चेक प्रोड्यूस कर राशि निकाल ली गयी. इसके पहले चेक नहीं डाला गया. यानी इस खाते में पैसा जमा होने की पुख्ता जानकारी इन्हें मिल गयी थी. इस तरह फरजी चेक का इस्तेमाल कर तत्काल इनलोगों ने 5.70 लाख रुपये निकाल लिया. ऐसे में बैंक में लिकेज पर सवाल उठ रहे हैं.
2.83 लाख का फरजी चेक आया
गुरुवार को पंजाब नेशनल बैंक एसएनजी शाखा में फिर 2.83 लाख का फरजी चेक आया. बबलू सिंह के नाम कटा चेक बंधन बैंक के माध्यम से प्रोड्यूस हुआ है. रांची जिला संतमत सत्संग समिति के खाता का चेक फिर डाला गया है. कल भी इसी समिति का चेक (सं-912148) प्रोड्यूस हुआ था, जो अर्चना देवी के नाम का था. यह पकड़ में आ गया था. आज बबलू सिंह नाम का चेक बंधन बैंक रांची के माध्यम से क्लीयरिंग हाउस दिल्ली में प्रोड्यूस किया गया. यह भी पकड़ में आ गया.
एक-एक चेक की जांच शुरू
फिलहाल पंजाब नेशनल बैंक ने एक-एक चेक की जांच शुरू कर दी है. कम राशि वाले चेक के बारे में भी खाताधारियों से संपर्क किया जा रहा है. हालांकि क्लीयरेंस सेंटर में अॉनलाइन चेक दिखता है. फिर भी अच्छे से चेक को देख कर खाताधारी को कॉल कर ही चेक पास किया जा रहा है.
कौन है बबलू सिंह
बैंककर्मियों ने जब अर्चना देवी के नाम अलग-अलग बैंकों में खोले गये खाता का डिटेल्स मंगाया, तो उसमें उसके पति का नाम बबलू सिंह लिखा पाया. उनका पता न्यू एरिया, टॉप रोड, मोरहाबादी दर्ज है. बबलू सिंह, पवन कुमार, अर्चना देवी, प्रकाश नायक सहित कई अन्य नाम इस धंधे में जुड़े हुए हैं, ऐसा बैंककर्मियों ने पाया है.
कैंब्रिज इंस्टीट्यूट अॉफ टेक्नोलॉजी टाटीसिलवे के बचे पांच लाख रुपये
इस गिरोह ने दो सप्ताह पूर्व कैंब्रिज इंस्टीट्यूट अॉफ टेक्नोलॉजी टाटीसिलवे का दो चेक 3.17 लाख व 1.93 लाख क्रमश: आंध्रा बैंक रेडियम रोड रांची व बैंक अॉफ इंडिया हजारीबाग में डाला. पहला चेक अर्चना देवी व दूसरा चेक प्रकाश नायक के नाम से डाला गया था. मैसेज आते ही सीआइटी प्रबंधन के लोग दौड़े. बैंकों में संपर्क किया. तब तक राशि निकल गयी थी, प्रबंधन की सक्रियता की वजह से राशि बच गयी और वापस खाता में आ गयी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement