रांची: वर्ष 74 में हुए आंदोलन की वर्षगांठ के मौके पर मंगलवार को विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. इसका विषय ‘आज के समय में जेपी की प्रासंगिकता’ था.
74 चेतना मंच व झारखंड प्रदेश लोक समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्य अतिथि विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष व विधायक सीपी सिंह ने कहा कि जेपी की प्रासंगिकता पहले भी थी और आज भी है. जेपी के आदर्शो को हमें अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता है. प्रेम मित्तल ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन को लेकर देश उद्वेलित है लेकिन, परिणाम लघु रूप में सामने आ रहे हैं. डॉ सूर्यमणि सिंह, प्रमोद मिश्र व सच्चिदानंद ने भी वर्तमान समय में जेपी आंदोलन की प्रासंगिकता पर चर्चा की.
इनके अलावा मोहन लाल केशरी व उषा पांडेय ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम में माला भट्टाचार्या, डॉ पीके सिन्हा, डॉ अरुण कुमार, सुरेश मल्लिक, गणोश मल्लिक, डॉ अजय सिन्हा व अन्य मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान 74 के आंदोलनकारियों को सम्मानित किया गया. इनमें सीपी सिंह, सत्येंद्र कुमार मल्लिक, डॉ सूर्यमणि सिंह, सच्चिदानंद, प्रमोद मिश्र, प्रेम मित्तल, यतींद्र कुमार दास, मोहन लाल केशरी,उपेंद्र चौधरी व डॉ राजा राम सिंह शामिल थे.