।।पंकज कुमार पाठक।।
अगर आपकी पुरानी बाइक 10 हजार रुपये खर्च करने पर जॉन अब्राहम की धूम वाली बाइक का रूप ले ले तो आपको कैसा लगेगा. ऐसा भी संभव है कि 21 हजार रुपये में आपकी बाइक 21 लाख के बीएमडब्ल्यू बाइक की तरह हो जाये. चौंकिए मत ऐसा संभव है. हर यंगस्टर्स का सपना होता है कि वो महंगी-महंगी बाइक का मजा ले, तो अपने इस सपने को साकार करने का वक्त आ चुका है.
आज बाजारीकरण के इस दौर में नामुमकिन कुछ भी नहीं है. रांची में कई ऐसे ऑटो पाटर्स बेचने वाली दुकानें हैं जो आपकी बाइक की शक्ल बदलने का दम रखती है. इस काम में जुटे लोगों को दावा है कि उनकी कलाकारी के बाद आप खुद अपनी बाइक को पहचान नहीं पायेंगे. रांची में कई बाइक मैकनिक ऐसे हैं जो बाइक मॉडिफाई का काम करते हैं. यह मैकेनिक अपने काम में इतने माहिर हैं कि आपकी बाइक में हवाईजहाज का पाटर्स लगाने का भी माद्दा रखते हैं.
बाइकिंग के दीवाने हर महीने अपनी बाइक का रंग और पूरा डिजाइन बदलवा रहे हैं. बाइक इतनी बदल जाती है कि कौन सी कंपनी का है पहचान पाना बेहद मश्किल हो जाता है. बाइक में होने वाले इस बदलाव को मोडिफॉई बाइक कहते हैं.
कहां होगी आपकी बाइक मॉडिफाई
रांची में यूं तो हजारों ऑटो पाटर्स की दुकानें हैं लेकिन अगर आपको अपनी बाइकमॉडिफाईकरानी है, तो बाइकिंग के दीवाने एक नाम बताते है बोधराज. यहां आप अपनी गाड़ी को जैसा रूप देना चाहते है उस बाइक की तस्वीर ले जाइये या फिर उन्हें बता दीजिए कि मैं अपनी गाड़ी को ऐसा बनवाना चाहता हूं आपको उसी के अनुसार सामान मिल जायेगा. इस दुकान के मालिक सनी बताते हैं कि पिछले कुछ सालों से बाइक मॉडिफाई का व्यापार बहुत बढ़ा है. खासकर युवाओं में बाइक के प्रति इसकी दीवानगी बढ़ी है. उन्हें फिल्मों से इसकी पे्ररणा मिलती है. सनी बताते हैं कि मुझे याद है कि धूम सीरीज की पहली फिल्म धूम जब आयी थी, तो लोग अपनी बाइक लेकर आते थे और कहते थे जॉन अब्राहम वाली बाइक बना दीजिए. उस वक्त हमारे लिए लोगों की डिमांड को पूरा करना बहुत मुश्किल हो गया था. हर महीने तीन चार बाइक हम मॉडिफाई करवाते थे.
खर्च कितना होगा
अगर आप बाइक मॉडिफाई करवाना चाहते हैं तो खर्च आपके बजट के अनुसार होगा. अगर आप पूरी बाइक मॉडिफाई करवाना चाहते हैं तो पाटर्स के लगभग दस से बाहर हजार रूपये खर्च होंगे. आपने पाटर्स खरीदा है तो मकैनिक उन्हें फिट करने के तीन हजार रूपये लेगा. बाइक का रंग बदलवाना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको लगभग चार हजार रुपये देने होंगे. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है आप जितना खर्च करेंगे आपकी बाइक उतनी शानदार लगेगी.
हरमैकेनिकनहीं करता है बाइक मॉडिफाई
बाइक मॉडिफाई का काम हर मिस्त्री नहीं करता. इसके लिए कुछ खास मैकेनिकजो इस काम में माहिर है और सालों से यही काम करते आ रहे हैं आपको उनकी जरूरत पड़ेगी. अगर आप अपनी बाइक मॉडिफाई करना चाहते हैं, तो रांची के कर्बला चौक के पास शहजाद मिस्त्री की छोटी सी दुकान है इस काम के लिए शहजाद काफी फेमस है. यहां आप अपनी बाइक मॉडिफाई करा सकते है. शहजाद लगभग दस साल से यही काम कर रहे हैं. शहजाद भी मानते हैं कि अचानक बाइक मॉडिफाई का बाजार बढ़ा है.
क्या कहती है बाइक कंपनियां
अगर आपकी बाइक नयी है और आपने अपनी बाइक मॉडिफाई करा ली तो कंपनी से आपको जो गारंटी देती है वो अपने आप खत्म हो जायेगी. बाइक कंपनियां आपको जो माइलेज और इंजन के पावर का जो दावा करती है उसका भी आपके लिए कोई महत्व नहीं होगा. कंपनियां स्पष्ट तौर पर बाइक में किसी तरह के बदलाव की सलाह नहीं देती. आपकी बाइक किसी भी कंपनी की क्यूं ना हो सभी यही मानते है कि बाइक मॉडिफाई करवाने से आपके बाइक की लाइफ कम होती है इसके चाल और पावर पर असर पड़ता है और बाइक जल्दी खराब होती है.
क्योंकराते हैं लोग बाइक मॉडिफाई
बाइक मॉडिफाई कराने वाले लोग कई कारणों से अपनी बाइक मॉडिफाई करवाते हैं किसी का कहना है कि हम महंगी बाइक खरीद नहीं सकते इसलिए अपनी बाइक को उसी रूप में मॉडिफाई करवाते हैं, तो कोई कहता है मैं अपनी पुरानी बाइक चला कर बोर हो गया हूं इसलिए बाइक मॉडिफाई करवाता हूं. ज्यादातर 18 से लेकर 28 साल के युवा बाइक मॉडिफाई करवाते है इन्हें भीड़ से अलग दिखने की चाहत होती है. गाड़ी की आवाज और रंग दोनों बदल जाती है. जिससे सड़क पर लोग आकर्षित होते हैं.
मॉडिफाई बाइक हो, तो रहता है पुलिस का खतरा
मॉडिफाई बाइक हो, तो पुलिस का खतरा बना रहता है. ट्रैफिक प्रभारी रामरेखा प्रसाद कहते है, मॉडिफाई बाइक को पुलिस इसलिए पकड़ती हैं क्योंकि इसके जरिये असल पहचान छिपाने का प्रयास किया जाता है. बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर और गाड़ी के कागजात किसी दूसरे मॉडल के नाम का होता है और बाइक को कोई और विदेशी मॉडल के रूप में बना दिया जाता है. इस तरह की बाइक पर 900 रुपये के जुर्माने का भी प्रावधान है.