रांची/खूंटी: पुलिस ने बुधवार तड़के रनिया के कोटांगेर जंगल में छापेमारी कर पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप दस्ता के सक्रिय सदस्य पारस गोप उर्फ बीरबल गोप को गिरफ्तार किया. वह कालासाबेर (लापुंग) का रहनेवाला है. पारस गोप पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया.
एसपी अश्विनी सिन्हा को सूचना मिली थी कि पारस गोप कोटांगेर जंगल में कई दिनों से छुपा हुआ है. एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ तोरपा नाजिर अख्तर, सहायक समादेष्टा सीआरपीएफ 94 बटालियन मुकेश कुमार, रनिया थानेदार विनोद राम ने सदल-बल तड़के पांच बजे कोटांगेर जंगल की घेराबंदी कर दी. पुलिस को आता देख पारस गोप भागने लगा. पुलिस ने पीछा कर उसे धर दबोचा. उसने पूछताछ में संगठन की बाबत कई अहम जानकारी दी है, जिसके आधार पर छापेमारी की जा रही है.
2007 में शामिल हुआ था पीएलएफआइ में : एसपी अश्विनी सिन्हा के मुताबिक पारस गोप 2007 में राजकमल गोप के साथ संगठन में शामिल हुआ था. राजकमल गोप की गिरफ्तारी के बाद से पारस गोप पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के दस्ते में सक्रिय सदस्य के रूप में शामिल था.
छह कांडों में थी तलाश: पुलिस को कर्रा थाना कांड संख्या 50/09 व कांड संख्या 5/10, लापुंग थाना कांड संख्या 27/09, कांड संख्या 32/09, कांड संख्या 42/09, कांड संख्या 18/07 में उग्रवादी पारस गोप की तलाश थी. उक्त सभी संगीन मामले हैं.