रांची. रांची से टिकट मिलने के बाद सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि पिछले दिनों जो कुछ हुआ वह मेरे 33 वर्ष के राजनीतिक जीवन का अदभुत अनुभव रहा. मेरी उम्मीदवारी को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही थी. इस दौर में मुङो लगा कि मैंने अपने सार्वजनिक जीवन में बहुत कुछ हासिल किया है. मेरी उम्मीदवारी को लेकर पार्टी कार्यकर्ता, नेता और सामाजिक संगठन के लोग आगे आये. इन लोगों ने खुले दिल से मेरा सहयोग किया. मेरी उम्मीदवारी के लिए दर्जनों संगठनों ने लिख कर दिया.
मुङो यकीन हो गया है कि मैंने रांची की जो सेवा की है, उसका प्रतिफल लोगों ने अपना स्नेह दिखा कर दिया है. मुङो पूरा विश्वास है कि जब मेरी उम्मीदवारी के लिए कार्यकर्ता से लेकर आम संगठन के लोग चिंतित थे, तो निश्चित रूप से मुङो चुनाव में सफलता दिलायेंगे.
यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस के कई सीनियर लीडर नाराज थे, श्री सहाय ने कहा कि कोई नाराज नहीं था. पार्टी में मेरी भूमिका को सब जानते हैं. यह पूछे जाने पर कि पवन बंसल और आप पर भ्रष्टाचार के आरोप के तहत टिकट काटे जाने की बात आ रही थी, श्री सहाय ने कहा कि कोई भ्रष्टाचार का आरोप सिद्ध कर दे, तो मैं सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लूंगा. जहां तक मेरे मंत्रिमंडल से हटने की बात है, तो सोनिया गांधी ने मुङो संगठन में काम करने को कहा था. मैंने झारखंड में संगठन में काम किया. राज्य में गंठबंधन की सरकार बनवायी.