रांची: लोकसभा चुनाव को लेकर 110 सेक्टर ऑफिसर की प्रतिनियुक्ति की गयी है. इन्हें बुधवार को प्रशिक्षण दिया गया. ये अधिकारी अति संवेदनशील व संवेदनशील बूथों पर निगरानी रखेंगे. सारे सेक्टर ऑफिसरों को बूथों की जिम्मेवारी दी गयी है. अधिकारी जिन जगहों पर बूथ होंगे, उन क्षेत्रों का फील्ड विजिट कर वैसे बूथों की सूची तैयार करेंगे, जो बूथ संवेदनशील या अति संवेदनशील हैं.
अधिकारी चुनाव से लेकर मतगणना होने तक इस संबंध में रिपोर्ट तैयार कर उपायुक्त सह निर्वाची पदाधिकारी को सौंपेंगे. इधर, उपायुक्त की अध्यक्षता में गुरुवार को विकास भवन में बैठक हुई. इसमें अधिकारियों को आचार संहिता के बारे में जानकारी दी गयी. साथ ही आचार संहिता की प्रति भी वितरित की गयी. बैठक में एडीएम विधि-व्यवस्था इकबाल आलम अंसारी, एसडीओ अमित कुमार, एसडीओ बुंडू बी राजेश्वरी, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रवीण कुमार गगराई व राजेश घोलप समेत सारे बीडीओ, सीओ व सीडीपीओ आदि उपस्थित थे.
1200 वाहन लगेंगे
चुनाव कार्य में लगभग 1200 वाहन लगेंगे. शहरी क्षेत्र के लिए विंगर, सिटी बस और विक्रम ऑटो, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ट्रक और स्कूल बसों को चुनाव कार्य में लगाया जायेगा. उपायुक्त ने जिला परिवहन पदाधिकारी राजेश कुमार को निर्देश दिया है कि सारे सरकारी व केंद्रीय कार्यालयों से वाहनों की सूची मांगें.
ऑपरेटरों की कमी
विशेष अभियान के तहत बड़ी संख्या में मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए लोगों ने फार्म-6 भरे हैं. मतदाता सूची में नाम शामिल करने के लिए सभी का नाम कंप्यूटर में अपलोड करना है, लेकिन यह कार्य धीमा चल रहा है. जिला निर्वाचन अनुमंडल कार्यालय में ऑपरेटरों की कमी है. डाटा अपलोड करने के लिए हजारों आवेदन लंबित हैं. डाटा अपलोडिंग के लिए जिला प्रशासन द्वारा कमांड कंपनी को आउटसोर्स किया गया है, लेकिन काम बढ़ने के बाद भी ऑपरेटरों की संख्या नहीं बढ़ायी गयी है. जिससे डाटा अपलोड करने में परेशानी हो रही है. अगर यही स्थिति रही तो 16 मार्च तक मतदाताओं के नाम सूची में शामिल नहीं हो पायेंगे.