कोलकाता,रांचीः पूर्व मंत्री चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे रविवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये. उन्होंने कांग्रेस के साथ अपने 40 साल के रिश्ते को खत्म कर दिया. कोलकाता में तृणमूल भवन में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल राय की मौजूदगी में ददई दुबे ने तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ली. पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा : झारखंड में बालू घोटाले के संबंध में मैंने कई बार आवाज उठायी, लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री ने मेरे खिलाफ साजिश की. मुङो हाशिये पर ला दिया गया. लिहाजा मुङो मंत्री पद छोड़ना पड़ा. झारखंड के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार में डूबे हैं.
कांग्रेस ने धोखा दिया : उन्होंने कहा : मैं लोकसभा चुनाव तृणमूल के टिकट पर धनबाद से लड़ूंगा. झारखंड में कांग्रेस का खाता नहीं खुलने देंगे. कांग्रेस ने मुङो धोखा दिया है. नेताओं ने मिल कर साजिश की है. ददई दुबे ने कहा : नक्सल आंदोलन के खिलाफ ममता बनर्जी के कार्यो से प्रभावित हूं. ममता बनर्जी की छवि बेहतर है.
मौके पर टीएमसी नेता मुकुल राय ने कहा : ददई दुबे इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. उनके पार्टी में शामिल होने से झारखंड में दल की स्थिति और मजबूत हुई है. झारखंड के कई और विधायकों के साथ पार्टी की बातचीत चल रही है. जल्द ही कई और नेता तृणमूल में शामिल हो सकते हैं. झारखंड के कई नेता उनकी पार्टी के संपर्क में हैं. तृणमूल का झारखंड में आधार बढ़ेगा. उन्होंने संकेत दिये कि आनेवाले दिनों में कई और विधायक पार्टी में शामिल होंगे. मौके पर विधायक बंधु तिर्की और चमरा लिंडा भी मौजूद थे. मौके पर मेघालय के पूर्व राज्यपाल रंजीत शेखर मुशाहारी भी तृणमूल में शामिल हुए.
स्टीफन मरांडी और भानु प्रताप शाही के भी तृणमूल में जाने की चर्चा
सात दिन पहले तक झारखंड में अपना वजूद तलाश रही तृणमूल कांग्रेस के खेमे में एक सप्ताह के अंदर ही तीन विधायक शामिल हो गये हैं. एक -एक कर निर्दलीय, छोटे दल और अन्य दलों के विक्षुब्ध तृणमूल में शामिल हो रहे हैं. लोकसभा चुनाव के पूर्व विभिन्न दलों के अंदर मची भगदड़ का तृणमूल कांग्रेस लाभ उठा रही है. दो निर्दलीय विधायक बंधु तिर्की और चमरा लिंडा ने एक सप्ताह पहले ही तृणमूल की सदस्यता ग्रहण की थी. अब इनके सहारे दूसरे विधायकों और पूर्व विधायकों पर भी डोरे डाले जा रहे हैं.