रांची: पुलिस मुख्यालय स्तर से रांची-जमशेदपुर मार्ग पर जांच के दौरान हाइवे पर तैनात पेट्रोलिंग वाहन लापता मिले. जांच छह मार्च और 23 मार्च को दिन और रात में की गयी थी. दोनों दिन कोई हाइवे पेट्रोलिंग वाहन सड़क पर नजर नहीं आये. इसे लेकर पुलिस मुख्यालय ने खेद जताते हुए इस लापरवाही को गंभीरता […]
रांची: पुलिस मुख्यालय स्तर से रांची-जमशेदपुर मार्ग पर जांच के दौरान हाइवे पर तैनात पेट्रोलिंग वाहन लापता मिले. जांच छह मार्च और 23 मार्च को दिन और रात में की गयी थी. दोनों दिन कोई हाइवे पेट्रोलिंग वाहन सड़क पर नजर नहीं आये. इसे लेकर पुलिस मुख्यालय ने खेद जताते हुए इस लापरवाही को गंभीरता से लिया है. रांची पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रतिकूल टिप्पणी की है.
टिप्पणी के मद्देनजर एसएसपी ने हाइवे पेट्रोलिंग की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए विभिन्न बिंदुओं पर निर्देश जारी किये हैं. उल्लेखनीय है कि रांची जिला में वर्तमान में 15 हाइवे पेट्रोलिंग वाहन तैनात हैं.
सभी को रांची जिले के विभिन्न हाइवे में तैनात किया गया था. इसके पीछे उद्देश्य था कि वीआइपी और वीवीआइपी मूवमेंट के दौरान उन्हें स्कॉट के अलावा घटना-दुर्घटना के दौरान हाइवे पेट्रोलिंग में तैनात पुलिस पदाधिकारी तत्काल कार्रवाई करें. इससे संबंधित क्षेत्र में पदस्थापित थाना प्रभारी को विधि-व्यवस्था संभालने में अतिरिक्त सहयोग मिलता. सभी को ठीक से ब्रीफिंग करने के बाद कुछ माह पूर्व तैनात किया गया था.
हाइवे पेट्रोलिंग के लिए इन बिंदुओं पर एसएसपी ने जारी किया आदेश
हाइवे पेट्रोलिंग वाहन 24 घंटे चलंत अथवा स्थिर अवस्था में हाइवे पर ही रहेंगे.
विशेष परिस्थिति में हाइवे से दूसरे मार्ग में जाने की आवश्यकता पड़ने पर इसकी सूचना एसएसपी, ग्रामीण एसपी, एएसपी अभियान और सीसीआर डीएसपी को देना है.
यदि बिना किसी सूचना के हाइवे पेट्रोलिंग वाहन हाइवे से अलग होता है, तो इसकी सीधे जवाबदेही वाहन में प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी और चालक की होगी.
हाइवे पेट्रोलिंग के कार्यक्षेत्र में पड़नेवाले थानेदारों को आदेश दिया गया है कि वे 24 घंटे में कम से कम तीन बार अपने मोबाइल से हाइवे पेट्रोलिंग वाहन का लोकेश प्राप्त करेंगे.
सभी डीएसपी को निर्देश दिया गया कि वे सप्ताह में दो दिन, एक बार दिन और एक बार रात में हाइवे पेट्रोलिंग का भौतिक सत्यापन करेंगे.
ग्रामीण एसपी समय-समय पर हाइवे पेट्रोलिंग के कार्यों की समीक्षा कर इससे संबंधित रिपोर्ट एसएसपी को देंगे.
सीसीआर (कंपोजिट कंट्रोल रूम) डीएसपी को निर्देश दिया गया है कि वे कंपोजिट कंट्रोल रूम में एक एलइडी स्क्रीन लगा कर जीपीएस प्रणाली की मदद से आठ-आठ घंटे शिफ्ट में हाइवे पेट्रोलिंग से ड्यूटी कराना सुनिश्चित करेंगे. जीपीएस प्रणाली से मॉनिटरिंग के लिए एक-एक पुलिसकर्मी की भी प्रतिनियुक्ति होगी.