रांची/इटखोरी: भाकपा माओवादी के नक्सलियों ने नौ फरवरी की रात राज्य में दो घटनाओं को अंजाम दिया. चतरा के इटखोरी में नक्सलियों ने इटखोरी-तमासीन रोड पर मोहाने पुल निर्माण को बंद कराया. पुल निर्माण में लगी पोकलेन मशीन को जला दिया. नक्सलियों की संख्या 30-35 के करीब थी. घटना को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने पुल निर्माण के काम में लगे मजदूरों को बंधक बना लिया और करीब डेढ़ किमी दूर तक जंगल में ले गये.
कर्मियों के मुताबिक नक्सलियों ने तीन घंटे तक बंधक रखने के बाद रात के करीब 12 बजे सभी को मुक्त किया. घटनास्थल इटखोरी थाना और भद्रकाली मंदिर से करीब एक किमी की दूरी पर है. कहा जा रहा है कि लेवी की मांग को लेकर नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया. नक्सलियों ने मजदूरों को चेतावनी दी कि लेवी दिये बिना पुल निर्माण का काम नहीं होगा. घटनास्थल पर नक्सलियों ने परचा भी छोड़ा, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया. नक्सलियों ने जिस पोकलेन मशीन को जला दिया, वह बरही निवासी महादेव यादव की थी. नक्सली हमले के कारण संवेदक को करीब 60 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.
पुलिस मुखबिर बता कर की हत्या
गिरिडीह के मधुबन थाना क्षेत्र के वीरनगड्डा के पास माओवादियों ने बीरबल मुर्मू की हत्या पुलिस मुखबिर बताकर कर दी. बीरबल की उम्र 18 साल थी. उसकी हत्या गला रेत कर की गयी है. एक वर्ष पहले माओवादियों ने बीरबल के पिता की भी हत्या कर दी थी. घटनास्थल से पुलिस ने एक परचा बरामद किया. परचा में माओवादियों ने उसे पुलिस मुखबिर बताते हुए उसकी हत्या की जिम्मेदारी ली है. घटना के बाद मधुबन इलाके में दहशत का माहौल है.