रांची: सीआइडी और स्पेशल ब्रांच के अधिकारी सूचना के आधार पर पुलिस को रिपोर्ट भेज कर बताते हैं कि जेल में बंद अपराधी रंगदारी वसूल रहे हैं. जमीन के कारोबार से जुड़े लोगों से रंगदारी मांगी जा रही है. रिपोर्ट के आधार पर जब पुलिस जेल में बंद अपराधियों की संलिप्तता की जांच करती है, […]
रांची: सीआइडी और स्पेशल ब्रांच के अधिकारी सूचना के आधार पर पुलिस को रिपोर्ट भेज कर बताते हैं कि जेल में बंद अपराधी रंगदारी वसूल रहे हैं. जमीन के कारोबार से जुड़े लोगों से रंगदारी मांगी जा रही है. रिपोर्ट के आधार पर जब पुलिस जेल में बंद अपराधियों की संलिप्तता की जांच करती है, तब उसके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिल पाता है.
इस वजह से पुलिस उनके खिलाफ अलग से केस दर्ज नहीं कर पाती है. केस दर्ज करने के लिए पुलिस को कोई शिकायत करने वाला भी नहीं मिलता. केस दर्ज नहीं होने की वजह से पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाती है. हालांकि पलामू जेल में रहने के दौरान सुजीत सिन्हा द्वारा रंगदारी वसूलने की बात सामने आने पर पलामू पुलिस ने तत्काल उसके खिलाफ केस दर्ज किया. बाद में पलामू एसपी की अनुशंसा पर सुजीत सिन्हा को पलामू जेल से हजारीबाग जेल ट्रांसफर कर दिया गया. पूर्व में होटवार जेल में रहने के दौरान गेंदा, संदीप थापा, निक्की शर्मा और सोनू इमरोज की सक्रियता की बात सामने आयी थी. बाद में उन्हें प्रशासनिक दृष्टिकोण से राज्य के दूसरे जेल में ट्रांसफर कर दिया गया.
13 दिसंबर 2016 : रांची पुलिस को स्पेशल ब्रांच से सूचना मिली कि जेल में बंद अपराधी सोनू इमरोज, सन्नी सिंह, गेंदा सिंह हॉट लिप्स के समीप गैरमजरूवा 28 एकड़ जमीन को लेकर सक्रिय हैं. इसी जमीन को लेकर शहर के जमीन के कारोबार से जुड़े दामोदर सिंह, प्रताप सिंह और दीपक वगैरह भी सक्रिय हैं. जमीन का काम शैलेश सिंह और सुनील रुद्रा कर रहे हैं, लेकिन दोनों के बीच रुपये के बंटवारे को लेकर विवाद है. शैलेश सिंह की तरफ से अपराधी अनूप श्रीवास्तव और बबुआ काम कर रहा है. वहीं, दूसरी ओर सुनील रुद्रा की तरफ से डोरंडा का बतारक हसन, दीपक सिंह, लड्डू खान और हिंदपीढ़ी का विक्की राज काम कर रहा है. मामले में जेल में बंद गेंदा सिंह अपने शूटर बबुआ साव, जुगे और चिंटू को, सोनू इमरोज अपने शूटर राज एवं विक्की को और संदीप थापा अपने शूटर सन्नी मल्लिक, आनंद और शूरज पांडा को जमीन कारोबारियों से रुपये वसूलने के लिए लगा रखा है. जेल में बंद अपराधियों के शूटर जमीन कारोबारी शैलेश सिंह, सुनील रुद्रा, दीपक सिंह और लड्डू खान से रुपये की मांग कर रहे हैं. मामले में जांच कर एसएसपी ने कार्रवाई का आदेश दिया, लेकिन जेल में बंद अपराधियों द्वारा रंगदारी मांगने से संबंधित तथ्य की पुष्टि नहीं हुई.
27 जनवरी 2017: सीआइडी मुख्यालय ने पलामू और रांची एसएसपी को रिपोर्ट देकर बताया कि पलामू जेल से अपराधी सुजीत सिन्हा पलामू और रांची के अपराधियों से रंगदारी वसूल रहा है. सुजीत सिन्हा अपने गुर्गे को भेज कर रांची के व्यवसायी और कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक पुनीत अग्रवाल से पांच लाख रुपये वसूल चुका है. मामले में रांची पुलिस ने पुनीत अग्रवाल से पूछताछ की, लेकिन उन्होंने रंगदारी वसूले जाने की जानकारी पुलिस को नहीं दी. उन्होंने सिर्फ यही बताया कि वह पलामू में काम रहे हैं. पलामू पुलिस के स्तर से उन्हें सुरक्षा मिल चुकी है. इस वजह सुजीत सिन्हा द्वारा रंगदारी वसूले जाने की पुष्टि नहीं हो सकी. पलामू पुलिस को भी सुजीत सिन्हा के खिलाफ रंगदारी वसूले जाने की सूचना मिली, लेकिन कोई पीड़ित पक्ष मामले में केस दर्ज कराने को तैयार नहीं हुआ. तब पुलिस ने खुद से जांच कर मामले में सुजीत सिन्हा और उसके सहयोगियों के खिलाफ केस दर्ज किया.