रांची: झारखंड विधानसभा में राज्य के एक मंत्री को बर्खास्त किये जाने के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे को लगभग ब्लैक आउट कर दिया गया और कुल दस बार सभा की कार्यवाही का सीसीटीवी पर मीडिया कक्ष में हो रहा प्रसारण प्रतिबंधित किया गया.झारखंड विधानसभा की कार्यवाही आज सुबह ग्यारह बजे प्रारंभ होते ही विपक्ष ने राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री ददई दूबे की बर्खास्तगी और भ्रष्टाचार के अन्य मामलों पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का स्पष्टीकरण मांगा. इस मामले में सरकार की ओर से स्पष्टीकरण न दिये जाने पर विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया और सदन में अध्यक्ष के आसन के सामने प्रदर्शन किया.
हंगामे के चलते पहली बार विधानसभाध्यक्ष शशांकशेखर भोक्ता ने सदन की कार्यवाही के सीसीटीवी के माध्यम से हो रहे प्रसारण को रोकने के निर्देश दिये. जिसके तुरत बाद सदन के भीतर की कार्यवाही का प्रसारण रोक दिया गया.भोजनावकाश के बाद दो बजे सदन की कार्यवाही पुन: प्रारंभ होने पर विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा और अध्यक्ष के आसन के सामने नारेबाजी जारी रखी और फिर से विधानसभाध्यक्ष ने न सिर्फ विपक्ष के विरोध प्रदर्शन की रिकार्डिंग बंद करवा दी बल्कि कार्यवाही के प्रसारण को रोकने के निर्देश दिये. सदन की कार्यवाही के प्रसारण पर थोड़ी थोड़ी देर में कम से कम 6 बार रोक लगायी गयी. पूर्व विधानसभाध्यक्ष सीपी सिंह ने जहां सदन की कार्यवाही के प्रसारण को रोकने की कार्यवाही को गलत और अलोकतांत्रिक बताया.