रांची : आज हेमंत सोरेन द्वारा बर्खास्त किये जाने के बाद ग्रामीण विकास मंत्री ददई दुबे उनपर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है. हेमंत सोरेन ने राज्य को गर्त में पहुंचा दिया है.
राज्य की खनिज संपदा का जमकर दोहन किया गया है, इसमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. उन्होंने दावा किया कि अगर आलाकमान आदेश दें, तो वे एक दिन में राज्य की वर्तमान सरकार को गिरा सकते हैं. ददई ने कहा कि मैं अपने पुत्र को बाल संरक्षण आयोग का अध्यक्ष बनाना चाहता था, जिसको लेकर विवाद हुआ. लेकिन मैं यहां मुख्यमंत्री से यह पूछना चाहता हूं कि क्या अगर वे शिबू सोरेन के पुत्र नहीं होते, तो प्रदेश के मुख्यमंत्री बन पाते.
हाल में आयी खबरों के अनुसार दुबे ने सोरेन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे ,जिसके बाद आज सोरेन ने यह कदम उठाया. राजभवन के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने राज्यपाल सैयद अहमद के समक्ष मंत्री को बर्खास्त करने के अनुरोध से जुड़ी सिफारिश भेजी थी. राज्यपाल ने अपनी मंजूरी दे दी.’’मुख्यमंत्री द्वारा बर्खास्तगी के कारण का जिक्र करने से जुड़ा सवाल पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा, ‘‘उन्हें बर्खास्त करने को लेकर केवल एक पंक्ति की सिफारिश मिली थी.’’
कांग्रेस के एक नेता ने नाम उजगार ना किए जाने की शर्त पर कहा कि दुबे ने हाल में बोकारो में दिए गए एक बयान में मुख्यमंत्री के खिलाफ आरोप लगाए थे. इस फैसले के पीछे यही कारण हो सकता है.
मंत्री को हटाने का फैसला सामूहिक था :सोरेन
गढ़वा, झारखंड: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज अपनी कैबिनेट के एक मंत्री को बर्खास्त कर दिया और कहा कि यह सत्तारुढ़ गठबंधन की समन्वय समिति का सामूहिक फैसला है.जब सोरेन से ग्रामीण विकास मंत्री चंद्रशेखर दुबे को आज हटाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह समन्वय समिति का फैसला थे.
राज्यपाल सैयद अहमद ने दुबे को हटाने की मुख्यमंत्री की सिफारिश को मंजूर किया जिसके बाद रांची में कांग्रेस के एक नेता ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर कहा कि बोकारो में मीडिया के एक वर्ग को दिया गया दुबे का वह बयान उन्हें हटाने की वजह हो सकता है जिसमें उन्होंने सोरेन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे.
दिन भर रही गहमागहमी
मंगलवार को दिन भर मुख्यमंत्री की ओर से राज्यपाल से समय लेने और ददई दुबे को बरखास्त किये जाने की चर्चा रही. इस बीच मुख्यमंत्री देर रात राज्यपाल से मिले. सारी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए बताया गया कि मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मिल कर उन्हें विधानसभा के बजट सत्र के अभिभाषण के लिए आमंत्रित किया. इससे पहले मुख्यमंत्री को दिन में लातेहार जाना था, पर वह नहीं गये. सचिवालय में ही बैठे रहे. इसके बाद विधानसभा सत्र को लेकर सत्ता पक्ष की बैठक में हिस्सा लिया.
सत्ता पक्ष की बैठक में नहीं आये ददई दुबे
विधानसभा सत्र को लेकर सत्ता पक्ष की मंगलवार को बैठक हुई. बैठक में मंत्री ददई दुबे, अन्नपूर्णा देवी सहित कई विधायक नहीं पहुंचे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री राजेंद्र सिंह, योगेंद्र साव, सुरेश पासवान, हाजी हुसैन अंसारी, चंपई सोरेन, बन्ना गुप्ता, केएन त्रिपाठी, लोबिन हेंब्रम, राजेश रंजन बैठक में मौजूद थे. संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र सिंह ने बताया कि विधानसभा सत्र को लेकर विचार-विमर्श किया गया.