रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की छात्राएं परेशान हैं. गर्ल्स हॉस्टल में सीनियर छात्राएं, जूनियर छात्राओं को परेशान करती हैं. सीनियर छात्राएं अपनी जूनियर को हॉस्टल के एक हॉल में एकत्र कर उन्हें जलील करती हैं. नाम नहीं छापने की शर्त पर छात्राओं ने बताया कि वह अपनी सीनियर के कारण काफी तकलीफ झेलती हैं, लेकिन किसी को इसकी शिकायत नहीं कर सकतीं. वह सीनियर से भयभीत हैं.
हर सीनियर बैच जूनियर को करता है परेशान : गर्ल्स हॉस्टल में सिर्फ नयी छात्राओं को ही परेशान नहीं किया जाता है. बल्कि हर सीनियर बैच अपने जूनियर बैच को परेशान करता है.
यह सिलसिला एमबीबीएस के अंतिम वर्ष की छात्राओं के साथ भी जारी है. सेकेंड इयर की छात्राएं फर्स्ट इयर की छात्राओं को, थर्ड इयर की छात्राएं सेकेंड इयर की छात्राओं को एवं फोर्थ इयर की छात्राएं थर्ड इयर की छात्राओं को परेशान करती हैं.
एक छात्रा की गलती पर पूरे बैच को सजा : छात्राओं की मानें, तो अगर एक छात्रा गलती करती है, तो उसकी सजा पूरे बैच की छात्राओं को भुगतनी पड़ता है. छात्राओं को एकत्र कर पूरे बैच की छात्राओं को सजा दी जाती है. विरोध करने पर सीनियर छात्राएं और परेशान करती हैं. छात्राओं से यह कहा जाता है यह जानकारी किसी हाल में बाहर नहीं जानी चाहिए.