रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात के बाद झामुमो के तीनों नाराज विधायक मान गये हैं. सविता महतो को राज्यसभा का टिकट नहीं देने के विरोध में झामुमो विधायक मथुरा महतो, जगन्नाथ महतो और विद्युत वरण महतो ने पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन को इस्तीफा दे दिया था. साथ ही विधानसभा अध्यक्ष व राज्यपाल को इस्तीफा देने की चेतावनी दी थी. शुक्रवार को तीनों नाराज विधायक पहले शिबू सोरेन से मिले. इसके बाद रात में हेमंत सोरेन से मिल कर अपनी बात रखी.
वार्ता के बाद मथुरा महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनकी मांग मान ली है. स्वर्गीय सुधीर महतो की पत्नी को एक सप्ताह के अंदर किसी बोर्ड-निगम का चेयरमैन बनाने की बात कही है. वहीं कुरमी जाति को आदिवासी सूची में शामिल कराने के लिए एक सप्ताह के अंदर केंद्र सरकार को अनुशंसा पत्र भेजने की बात कही है. ऐसे में हमने इस्तीफा वापस ले लिया है.
विधायक जगन्नाथ महतो ने कहा कि कुरमी जाति को आदिवासी की सूची में शामिल कराने को लेकर संघर्ष चल रहा था. जहां तक सविता महतो का सवाल है, उन्हें किसी बोर्ड-निगम का चेयरमैन बना दिया जायेगा. पार्टी में पिछले 10 दिनों से सविता महतो को लेकर बयानबाजी हो रही थी. सविता महतो को राज्यसभा का प्रत्याशी बना कर उनका नाम वापस लेने पर झामुमो विधायकों ने विरोध जताते हुए पार्टी सुप्रीमो को इस्तीफा दे दिया था. शिबू सोरेन ने स्वर्गीय सुधीर महतो के श्रद्ध कर्म तक नाराज विधायकों को कोई कदम नहीं उठाने को कहा था.