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एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत, परिवार के मुखिया सुकांतो सरकार गंभीर
बहू से था विवाद, मानसिक दबाव में था परिवार रांची : कोकर स्थित रिवर्सा अपार्टमेंट के फ्लैट में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत की खबर आग की तरह शहर में चारों तरफ फैल गयी. आसपास के लोगों की भीड़ अपार्टमेंट के सामने इकट्ठा हो गयी. सूचना मिलते ही सिटी एसपी किशोर कौशल, […]
बहू से था विवाद, मानसिक दबाव में था परिवार
रांची : कोकर स्थित रिवर्सा अपार्टमेंट के फ्लैट में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत की खबर आग की तरह शहर में चारों तरफ फैल गयी. आसपास के लोगों की भीड़ अपार्टमेंट के सामने इकट्ठा हो गयी. सूचना मिलते ही सिटी एसपी किशोर कौशल, सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव, सदर थाना प्रभारी भोला प्रसाद सिंह, सीआइडी इंस्पेक्टर मो निहाल घटनास्थल पर पहुंचे.
फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम, डॉग स्क्वायड व स्पेशल ब्रांच के टीम भी जांच की. घटना के बारे में डॉ सुकांतो सरकार के रिश्तेदारों से पुलिस ने बातचीत की. पुलिस पदाधिकारियों का कहना है कि डॉ (कर्नल) सुकांतो सरकार (63 वर्ष), अपनी बहू मधुमिता की कानूनी कार्रवाई की धमकी व मानसिक प्रताड़ना के कारण दबाव में थे़ मामला पूरी तरह से अनसुलझा हैै. यह घटना आत्महत्या या हत्या का है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. इधर, घायल सुकांतो सरकार का रिम्स में इलाज चल रहा है़ उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है़
घटना के बाद वहां से मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पांचों शवों को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा गया़ इधर, सिटी एसपी किशोर कौशल ने कहा कि प्रथमदृष्टया आपसी सहमति से की गयी आत्महत्या का मामला लग रहा है, क्याेंकि वहां से छोटे-छोटे पुरजे में लिखे सुसाइड नोट भी पुलिस ने बरामद किये है़ं घटनास्थल से मिले तीन सीरिंज और दवा के दो एंपुल से ऐसा लगता है कि सभी को सूई देकर मारा गया है़ पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरा मामला साफ होगा़
फौज से हुए हैं सेवानिवृत्त, चाईबासा के हैं निवासी
डॉ चौधरी ने बताया कि डॉ सुकांतो सरकार तीन साल पहले फौज से कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. वह फौज में डॉक्टर थे़ डॉ सुकांतो सरकार व उनके बड़े भाई का परिवार संयुक्त रूप से एक साथ नोयडा में रहता था़ वे लोग मूल रूप से चाईबासा के निवासी है़ं वहां भी उनलोगों का काफी संपत्ति है़ इधर, परेशान होने के बाद डॉ सुकांतो ने डॉ चौधरी से बात की थी, उन्होंने सुलह कराने के लिए उन्हें बुलाया था़ डॉ सुकांतो का पूरा परिवार रांची आ गया था, लेकिन उनकी बहू मधुमिता सरकार रांची नहीं आयी थी़ समीर नाेयडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था.
अधिवक्ता को बतायी थी परेशानी
थड़पखना निवासी दंत चिकित्सक डॉ सुब्रतोे चौधरी ने बताया कि छह अक्तूबर को उनके मामा डॉ सुकांतो सरकार परिवार सहित रांची आये थे़ वे लोग मेरे रिवर्सा अपार्टमेंट स्थित फ्लैट संख्या-1002 में रह रहे थे़ उन्होंने मेरे चचेरे भाई सृजित चौधरी, जो हाइकोर्ट में अधिवक्ता है, उन्हें अपनी परेशानी बतायी थी. सृजित चौधरी ने दिल्ली के अधिवक्ता मित्र से भी उन्हें बात करायी थी़ सुबह आठ बजे के बाद से ही फोन नहीं उठाया, 1.15 बजे घटना की जानकारी मिली
डॉ एस चौधरी ने बताया कि शनिवार की रात नौ बजे डॉ सुकांतो सरकार से बात हुई थी़ उन्होंने रात में बताया था कि उन्हें कुछ दवाइयों की आवश्यकता है़ दवा रविवार की सुबह पहुंचा देने की बात डॉ चौधरी ने कही थी. वह सुबह आठ बजे मामा डॉ सुकांतो सरकार को फोन कर दवा के संबंध में जानकारी लेनी चाही थी, लेकिन वह फोन नहीं उठा रहे थे़
कई बार फोन करने बाद भी डॉ सुकांतो सरकार ने फोन नहीं उठाया, तो रविवार को पूजा-पाठ करने के बाद 1़ 15 बजे वह रिवर्सा अपार्टमेंट पहुंचे़ कई बार कॉल बेल बजाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला, तो उन्होंने डुप्लिकेट चाबी से दरवाजा खोला. अंदर का नजारा देख कर भौचक रहे गये़ उस समय डॉ सुकांतो एक कमरे में जख्मी अवस्था में पड़े थे़ उन्होंने तुरंत घटना की जानकारी पुलिस को दी़ दूसरे कमरे में जाकर देखा तो चार लोग एक बेड पर मरे पड़े थे़
बहू मधुमिता सरकार से कई वर्षों से चल रहा था विवाद, वह पति के साथ अकेले रहना चाहती थी
डॉ एस चौधरी ने बताया कि डॉ सरकार के पुत्र समीर सरकार की पत्नी मधुमिता सरकार शादी होने के कुछ दिनों के बाद से ही अलग रहना चाहती थी़ वर्ष 2009 से ही उनलोगों का विवाद चल रहा था़ हर दिन के विवाद से तंग आकर डॉ सुकांतो सरकार ने उसे नोयडा के सेक्टर-61 के मार्बल हाउस में अलग फ्लैट दे दिया था़
वहां मधुमिता सरकार पति समीर सरकार के साथ अलग रह रही थी, लेकिन समीर अधिकतर अपने पिता के घर आया-जाया करता था, जो उसकी पत्नी को गंवारा नहीं था़ मधुमिता ने विवाद के बाद कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी थी और पुलिस को इसकी सूचना दे दी गयी थी़ पुलिस उनके घर आयी थी, जिसके कारण पूरा परिवार मानसिक तनाव में था. हालांकि अभी तक इस संबंध में मधुमिता सरकार की ओर से कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी गयी थी़
नोयडा के सेक्टर-61 के मार्बल हाउस फ्लैट में रहने वाली एक एनजीओ की निदेशिका मिताली चंद्रा, मधुमिता सरकार की मदद कर रही थी़ वह भी बार-बार डॉ सुकांतो सरकार के परिवारवालों को मधुमिता की ओर से धमकी दे रही थी.
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