रांचीः शिक्षा विभाग राज्य के 55 डिग्री कॉलेजों के शिक्षक व कर्मचारी महासंघ की ओर से कॉलेजों को अंगीभूत करने और घाटा अनुदान देने की मांग के संदर्भ में वित्तीय बोझ का आकलन कर रहा है. कॉलेज में लगभग चार हजार शिक्षक व कर्मचारी कार्यरत हैं. इनके वेतन पर आने वाले का खर्च आकलन विभाग कर रहा है. इसके बाद ही शिक्षा विभाग आगे की कार्रवाई करेगा. गौरतलब है कि राज्य के 55 डिग्री कॉलेजों के शिक्षक व कर्मचारी 16 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. संबद्ध डिग्री महाविद्यालय महासंघ कॉलेजों को अंगीभूत करने और घाटा अनुदान देने की मांग कर रहे हैं.
महासंघ अपनी मांगों को लेकर वर्ष 2011 में 16 नवंबर से 23 दिसंबर तक व वर्ष 2012 में 16 नवंबर से 28 दिसंबर तक हड़ताल की थी. वर्ष 2011 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री वैद्यनाथ राम ने विधानसभा में कॉलेजों की समस्याओं के समाधान के लिए कमेटी गठन की घोषणा की थी. उच्च शिक्षा निदेशक डॉ डीएन ओझा की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया. कमेटी में रांची विश्वविद्यालय, विनोवाभावे विवि, सिदो कान्हू विवि के कुलसचिव को सदस्य बनाया गया. उस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट विभाग को नवंबर 2013 में सौंप दी.
हड़ताल जारी, आज से अनशन पर
स्थायी संबद्धता प्राप्त 55 डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों व कर्मचारियों के संगठन झारखंड संबद्ध डिग्री महाविद्यालय महासंघ ने छह फरवरी से आमरण अनशन करने की घोषणा की है. अनशन की लिखित सूचना सरकार को दे दी गयी है. इन डिग्री कॉलेजों के शिक्षक व कर्मचारी 52 दिनों हड़ताल पर हैं. महासंघ की ओर से राज्यपाल, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, वित्त मंत्री, मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, उच्च शिक्षा निदेशक व प्रशासन को लिखित रूप जानकारी दी गयी है.
अनिश्चितकालीन अनशन पर प्रो मजीद नदीम, कपिल देव सिंह, उदय शंकर सिंह, प्रो एलबी प्रसाद, मुकुल प्रसाद सिंह, प्रो संजय कुमार केसरी, प्रो विनोद कुमार द्विवेदी, अरविंद कुमार सिंह, प्रो भाष्कर मनुवंश, प्रो विजय दुबे, प्रो महावीर प्रसाद कुशवाहा सहित अन्य शिक्षक बैठेंगे. अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष (राजभवन के पास) घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम बुधवार को भी जारी रहा. वक्ताओं ने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगी कार्य बहिष्कार जारी रहेगा. इस अवसर पर सुरेंद्र चौरसिया, डा योगेंद्र प्रसाद मुसहर, प्रो धनंजय, प्रो रावण मांझी, उदय प्रताप सिंह, एसके मांझी, मनोज कुमार सिंह, एस मुरमू, प्रो राय श्रीवास्तव, लाल बहादुर प्रसाद, प्रो इम्तियाज अहमद, कालीचरण महतो, अवधेश भगत, डॉ वीरेंद्र कुमार, आरके दास, मुकुंद महतो, इगिAशियस मुरमू, सतीश भगत, अरुण मंडल सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.