रांची: झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों के लिए मंगलवार को नामांकन के अंतिम दिन पक्ष-विपक्ष के एक-एक प्रत्याशी ने परचा भरा. परिमल नथवाणी ने भाजपा और आजसू के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया, जबकि राजद के प्रेमचंद गुप्ता ने कांग्रेस और झामुमो के समर्थन से नामांकन पत्र भरा. दोनों का निर्विरोध राज्यसभा में पहुंचना तय है. तीसरा प्रत्याशी नहीं होने से इस बार वोटिंग की नौबत नहीं आयेगी. बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी.
31 को मिलेगा सर्टिफिकेट : 31 जनवरी को नाम वापसी का आखिरी दिन है. शाम तीन बजे के बाद विधानसभा अद्यतन स्थिति की जानकारी निर्वाचन आयोग को भेज देगा. विधानसभा के सचिव सह निर्वाची पदाधिकारी सुशील कुमार सिंह के मुताबिक, 31 तारीख को चुनाव आयोग से निर्देश मिलने के बाद प्रत्याशियों को सर्टिफिकेट सौंपा जा सकता है.
ये बने नथवाणी के प्रस्तावक : निर्दलीय प्रत्याशी परिमल नथवाणी ने भाजपा-आजसू का समर्थन हासिल किया. उन्होंने एक सेट में परचा भरा. आजसू विधायक चंद्रप्रकाश चौधरी, उमाकांत रजक, नवीन जायसवाल, रामचंद्र सईस, भाजपा विधायक सत्यानंद झा बाटुल, लक्ष्मण गिलुवा, अमित यादव, सीपी सिंह, हरेकृष्ण सिंह और रामचंद्र बैठा उनके प्रस्तावक बने.
झामुमो विधायक नहीं बने प्रेमचंद के प्रस्तावक : राजद उम्मीदवार प्रेमचंद गुप्ता ने दो सेट में नामांकन भरा. झामुमो का कोई विधायक उनका प्रस्तावक नहीं बना. कांग्रेस और राजद के विधायकों ने उनके नाम का प्रस्ताव किया. राजद विधायक अन्नपूर्णा देवी, सुरेश पासवान, संजय सिंह यादव, संजय प्रसाद यादव, कांग्रेस विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह, मन्नान मल्लिक, सौरभ नारायण सिंह, बन्ना गुप्ता, अनंत प्रताप देव और गीताश्री उरांव उनके प्रस्तावक बने. दूसरे सेट में इन विधायकों के साथ कांग्रेस के डॉ सरफराज अहमद भी प्रस्ताव बने.
आलमगीर आलम को परचा नहीं भरने का निर्देश दिया गया
कांग्रेस आलाकमान ने प्रेमचंद गुप्ता के समर्थन का फैसला पहले ही कर लिया था. सुबह करीब 8.30 बजे प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को प्रेमचंद गुप्ता का समर्थन करने का संदेश आया. प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद ने प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत को आलाकमान का फैसला सुना दिया. आलमगीर आलम को परचा नहीं भरने का निर्देश दिया गया.