रांची, : झारखंड में राज्यसभा चुनावों में झामुमो द्वारा चौबीस घंटे के भीतर कांग्रेस और राजद के कथित दबाव में पार्टी का उम्मीदवार वापस लेने से नाराज तीन विधायकों ने विधानसभा से अपने इस्तीफे पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन को सौंप दिया. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नाराज विधायक जगन्नाथ महतो ने आज यहां मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि दिवंगत पार्टी नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुधीर महतो की विधवा सविता महतो की राज्यसभा के चुनावों की उम्मीदवारी जिस तरह से उनकी पार्टी ने चौबीस घंटे के भीतर रद्द की वह बहुत ही शर्मनाक है और इससे आहत होकर उनके समेत तीन विधायकों ने विधानसभा से अपना इस्तीफा झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन को सौंप दिया है.
उन्होंने कहा कि झामुमो विधायक विद्युतवरण महतो, मथुरा प्रसाद महतो एवं उन्होंने स्वयं आज अपना इस्तीफा दिया और वह सभी बीस जनवरी को दिवंगत हुए पार्टी नेता सुधीर महतो की पत्नी के साथ हैं.यह पूछे जाने पर कि पार्टी अध्यक्ष के इस्तीफा स्वीकार न करने पर वह क्या करेंगे, महतो ने कहा कि इस बारे में वक्त आने पर वह तय करेंगे. इससे पहले आज राज्यसभा चुनावों के लिए झामुमो और कांग्रेस ने अपने सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार प्रेमचंद गुप्ता के समर्थन में अपने अपने उम्मीदवारों को वापस ले लिया जिसके बाद गठबंधन सरकार की ओर से सिर्फ गुप्ता ने ही नामांकन के अंतिम दिन आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. दूसरी सीट के लिए भाजपा और आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से निर्दलीय परिमल नाथवाणी ने पर्चा भरा और दो सीटों के लिए दो ही उम्मीदवारों के पर्चे आने के कारण पर्चे ठीक पाये जाने पर उनका निर्विरोध निर्वाचित होना तय है.