राज्यसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में सस्पेंस बरकरार है. झाविमो ने अपने आपको चुनाव से अलग कर लिया है. झामुमो का कहना है कि प्रत्याशी का चयन कांग्रेस पर निर्भर करता है. पर कांग्रेस भी प्रत्याशी देने की तैयारी में है.
दूसरी ओर राजद ने एकतरफा फैसला लेते हुए प्रेमचंद गुप्ता को मैदान में उतार दिया है. झामुमो बड़ा दल होने के नाते प्रत्याशी पर स्वाभाविक दावा बता रहा है, पर यह भी कह रहा है कि सहयोगी दलों को साथ लेकर ही चलेगा. उधर, विपक्ष में आजसू पार्टी की ओर से परिमल नथवाणी को उम्मीदवार बनाये जाने की चर्चा है. उम्मीद की जा रही है कि भाजपा समर्थन कर सकती है. हालांकि अभी तक भाजपा ने इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की है.
रांची: राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस भी उम्मीदवार उतारेगी. हालांकि पार्टी की ओर से अभी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की गयी है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने शनिवार को पार्टी के दिल्ली में बैठे आला नेताओं से बातचीत की. पार्टी के केंद्रीय नेताओं ने भी उम्मीदवार देने पर सहमति जतायी. सुखदेव भगत ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद से भी मुलाकात कर राज्य की वर्तमान स्थिति से उन्हें अवगत कराया. साथ ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से बातचीत की. कांग्रेस के नेता लालू प्रसाद को मनाने में जुट गये हैं. सुखदेव भगत ने कहा, कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है. ऐसे में उसकी दावेदारी बनती है. राष्ट्रीय राजनीति में राज्यसभा सीट का अपना महत्व है. अगर राज्यसभा में कांग्रेस का प्रत्याशी जीत कर जाता है, तो सेक्युलर फोर्स और मजबूत होगी.
झामुमो 27 को लेगा अंतिम फैसला
झामुमो कोर कमेटी व विधायक दल की बैठक 27 जनवरी को दिन के 12 बजे से शिबू सोरेन के आवास पर होगी. बैठक में प्रत्याशी देने या सहयोगी दलों को समर्थन देने पर अंतिम फैसला लिया जायेगा. अभी तक पार्टी में बसंत सोरेन को प्रत्याशी बनाये जाने की चर्चा है.
हालांकि पार्टी सूत्रों ने कहा कि सब कुछ कांग्रेस के रुख पर निर्भर करता है. यदि कांग्रेस राजद प्रत्याशी को समर्थन देने की घोषणा कर देती है, तब झामुमो को नये सिरे से विचार करना होगा. एक तरफ सरकार के सहयोगी दल व सरकार है, तो दूसरी तरफ राज्यसभा प्रत्याशी. झामुमो सूत्रों ने बताया कि ऐसी परिस्थिति में झामुमो फिर संयुक्त उम्मीदवार को ही समर्थन देने पर विचार कर सकता है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस बात की इच्छा जता चुके हैं कि सर्वसम्मति से दो उम्मीदवार चुने जायें. शनिवार को किसी ने नामांकन पत्र नहीं लिया है. अब तक एक भी नामांकन नहीं किया गया है.
– सुशील कुमार सिंह, प्रभारी सचिव, विधानसभा