जमशेदपुर: शहर की रिकी चटर्जी किंगफिशर के कैलेंडर में जगह पाने में सफल हुई है. जमशेदपुर में ही पली बढ़ी रिकी कॉन्वेंट स्कूल की छात्र रही है. करीब 5 फीट 11 इंच की सुंदर काया की मलिका रिकी फैशन की दुनिया में अब जाना पहचाना नाम है.
वह फैशन डिजाइनर तरुण तहलियानी, सव्यसाची मुखर्जी व वेंडेल रोड्रिग्स जैसे फैशन की दुनिया के बादशाहों के साथ काम कर चुकी है. अब उसने किंगफिशर के 2014 के कैलेंडर में जगह बनायी है. विश्व की छह मॉडलों को लेकर तैयार इस कैलेंडर में वह एकमात्र भारतीय मॉडल है.
रिकी का शहर से रिश्ता
रिकी का जमशेदपुर में ही तब जन्म हुआ था, जब उसके पिता सुब्रतो चटर्जी टाटा स्टील के सेल्स एंड मार्केटिंग विभाग के मैनेजर थे. वे कदमा कैजर बंगला में रहते थे. इसी दौरान टीएमएच में रिंकी का जन्म हुआ. रिंकी जमशेदपुर में ही पली बढ़ी और कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई पूरी की. मूलत: आसनसोल की रहने वाले सुब्रतो चटर्जी इससे पहले आनंद बाजार पत्रिका में एडवरटाइजिंग मैनेजर रह चुके हैं. इसके बाद पूरा परिवार वर्ष 1997 में जमशेदपुर से वाइजैग चला गया. वहां से रिकी का हैदराबाद में दाखिला हुआ, फिर बेंगलुरु के रास्ते उसने मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा.
स्विम सूट व बिकिनी फोटोग्राफ ने दिलाया मुकाम
रिकी चटर्जी ने फैशन की दुनिया में कदम रखने के बाद स्विम सूट और बिकिनी पोज देनी शुरू की, जिसके बाद वह सफलता के नये मुकाम हासिल करती चली गयी. लंबी होने के कारण रिकी का लैक्मे फैशनवीक के लिए चयन हुआ और वहीं से किंगफिशर कैलेंडर में भी जगह मिली.
जमशेदपुर की पापड़ी और कीनन स्टेडियम के पास का दोसा मेरा फेवरेट : रिकी
जमशेदपुर की हर बात याद है. वहां का पापड़ी चाट और कीनन स्टेडियम के पास लगने वाले दोसे की दुकान मेरे फेवरेट रहे हैं. हमलोग जमशेदपुर में काफी बरस रहे. मेरी पहचान जमशेदपुर से ही बनी. -रिकी चटर्जी, फैशन मॉडल
क्यों महत्वपूर्ण है किंगफिशर का कैलेंडर
विजय माल्या का ब्रांड इमेज कहा जाने वाला किंगफिशर का कैलेंडर पूरे देश में सौ लोगों में ही बांटा जाता है. इसके लिए चयनित होना मॉडलिंग की दुनिया में काफी महत्व रखता है.